मध्यप्रदेश की समृद्ध जनजातीय कला, संस्कृति और धरोहर का प्रदर्शन दिल्ली में चल रहे “आदि महोत्सव” में किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए जनजातीय शिल्पकारों ने बैगा मुखौटे, मशरूम कलाकृतियाँ, अगरिया लौह शिल्प, झाबुआ गुड़िया, भील आभूषण और गोंड पेंटिंग के स्टॉल लगाये गये हैं। मृगनयनी एंपोरियम और पारंपरिक शिल्पकारों द्वारा चंदेरी, माहेश्वरी और बाघ हैंडलूम के स्टॉल भी लगाए गए हैं। महोत्सव में प्रदेश के वनोपज और जनजातीय समुदाय द्वारा उपजाए जाने वाले पोषक अनाज श्री अन्न की भी बिक्री हो रही है।
दिल्ली स्थित मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में “आदि महोत्सव” 16 से 27 फरवरी तक चलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को महोत्सव का उद्घाटन किया था। जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ लिमिटेड (ट्राइफेड) द्वारा आयोजित महोत्सव में देश के लगभग एक हजार जनजातीय शिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं।