मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधो-संरचना मंडल के अध्यक्ष पं. आशुतोष तिवारी ने कहा है कि सभी उपायुक्त अपने जिले में उपलब्ध कॉमर्शियल लैंड को लेने के लिए फोकस करें। श्री तिवारी आज मंडल की विकास गतिविधियों की भोपाल स्थित पर्यावास भवन में समीक्षा कर रहे थे। अध्यक्ष श्री तिवारी एवं मंडल आयुक्त श्री चंद्रमौलि शुक्ल ने मंडल द्वारा पुर्नघनत्वीकरण, सु-राज, आवासीय योजना, आवासीय अटल आश्रय योजना एवं निर्माणाधीन कार्यो में संविदाकार के विरूद्ध की गई कार्रवाई की जिलेवार समीक्षा की। अध्यक्ष श्री तिवारी ने कहा कि आवासीय भूमि का चयन करते समय भूमि का आकार प्रकार नहीं देखें बल्कि आम आदमी को आवासीय कॉलोनी के नजदीक कितनी सुविधाएँ उपलब्ध प्रदान कर सकते हैं इसे ध्यान में रखें।
योजना के लिए करें भूमि का चिन्हांकन
मंडल आयुक्त श्री चंद्रमौलि शुक्ल ने सर्किल उपायुक्तों से वर्चुअली कहा कि प्रत्येक जिले में कम से कम एक-एक आवासीय एवं अटल आश्रय योजना प्रारंभ होना चाहिए। इसके लिए भूमि का चयन करें। श्री शुक्ल ने इंदौर, उज्जैन, सागर,जबलपुर, रीवा एवं शहडोल के वृत्त अधिकारियों से चर्चा की। श्री शुक्ल ने कहा कि अपने जिले में रिक्त शासकीय भूमि को चिन्हित कर ऑन लाइन पंजीयन करायें। उन्होंने कहा कि अटल आश्रय योजना में ऐसी जमीन का प्रस्ताव दें जो शहर से ज्यादा दूर नहीं हो। ऐसी भूमि जिसका बिक्रित मूल्य हो।
आयुक्त श्री शुक्ल ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत रिडेन्सीफिकेशन के प्रस्ताव देखें। इसके लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करें और उसके बाद उच्च शिक्षा विभाग सुनिश्चित करेगा कि कौन से प्रोजेक्ट पर काम करना है। उन्होंने उपायुक्त ग्वालियर से कहा कि दतिया जिले में लगभग 50 एकड़ जमीन अलग-अलग लोकेशन पर तलाश करें। जिला कलेक्टर से मिल कर उपयुक्त जमीन के लिए ऑन लाइन एप्लाई करें।
बैठक में अपर आयुक्त श्री एस.के.मेहर. श्री एस.के.वर्मा, श्री बी.एल. सोलंकी, उपायुक्त श्री एम.के. साहू, मंडल की मुख्य वास्तुविद श्रीमती सुनीता सिंह एवं जिला मुख्यालय के सभी अधिकारी वर्चुअली उपस्थित थे।