हमीरपुर ब्यूरो :–
जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जंस विभागों की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी श्री घनश्याम मीना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सभागार कक्ष में संपन्न हुई।
बैठक में बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए जाने पर जिलाधिकारी ने एमओआईसी गोहांड का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।होम विजिट व पोषण ट्रैकर एप पर फीडिंग कार्य मे लापरवाही पर जिलाधिकारी ने प्रभारी सीडीपीओ सरीला का वेतन रोकने के निर्देश दिए। कहा कि सही ढंग से कार्य न करने वाले कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर जरूरी टूलकिट यथा वजन मशीन, ऊँचाई मापने की मशीन आदि की अगले 3 दिनों के अंदर उपलब्धता सुनिश्चित की जाय तथा सभी एमओआईसी इसका प्रमाणपत्र भी दें। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं ,कुपोषित बच्चों के पोषण सुधार संबंधी वीएचएसएनडी सेशन अत्यंत महत्वपूर्ण है अतः इस सेशन को सभी संबंधित केंद्रों पर निर्धारित समय मे संचालित किया जाए तथा इस सेशन में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व संबंधित लाभार्थियों / लोगों की अनिवार्य रूप से सहभागिता सुनिश्चित किया जाए। कहा कि वीएचएसएनडी सेशन के दौरान सभी आवश्यक उपकरण अनिवार्य रूप से होने चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का बेहतर ढंग से पर्यवेक्षण किया जाए। कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आधारभूत सुविधाएं यथा विद्युत कनेक्शन आदि हो जाना चाहिए। सभी सीडीपीओ द्वारा शत प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों का विजिट किया जाए । पोषण ट्रैकर ऐप में 100 प्रतिशत लाभार्थियों का सत्यापन किया जाए।
संभव अभियान के अंतर्गत जिन बच्चों में मेडिकल कॉम्प्लिकेशंस है उनका स्वास्थ्य चेकअप कर एनआरसी आदि में भर्ती कराकर उन्हें सुपोषित करने हेतु प्रभावी कार्रवाई किया जाए । उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों / सहायिकाओं द्वारा 100% होम विजिट किया जाए । पोषण ट्रैकर एप पर शत प्रतिशत फीडिंग किया जाए ।कम्युनिटी बेस्ड इवेंट एवं वीएचएसएनडी सेशन निर्धारित समय से आयोजित किया जाए इसमें जन जागरूकता कर लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि रियल टाइम मॉनिटरिंग के अंतर्गत पोषण ट्रैकर एप पर नियमित रूप से फीडिंग का कार्य किया जाए। कहा कि प्रत्येक माह पोषाहार वितरण समय से किया जाए। कुपोषित बच्चों का नियमित रूप से वजन किया जाए। कहा कि सभी सीडीपीओ द्वारा गंभीर कुपोषित बच्चों को अनिवार्य रूप से एनआरसी में भर्ती कराया जाए। कहा कि पोषण ट्रैकर एप पर विभिन्न गतिविधियों की शत प्रतिशत फीडिंग की जाए ।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद से जच्चा बच्चा के कुपोषण का पूर्णतया उन्मूलन किया जाए, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाए। कुपोषण को समाप्त करने हेतु माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाए तथा घर घर जाकर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जाए । उन्हें मौसमी फल सब्जियां का सेवन करने , नियमित रूप से अपनी स्वास्थ्य जांच कराने, समय-समय पर दवाएं लेने एवं टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित करें। कहा कि जनपद के लाल श्रेणी के बच्चों को पीले श्रेणी में तथा पीली श्रेणी के बच्चों को हरे श्रेणी में लाने का कार्य किया जाए तथा शत प्रतिशत कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया जाए तथा कुपोषण समाप्त करने हेतु माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाय।
इस मौके पर उपायुक्त मनरेगा, उपायुक्त स्वतः रोजगार, पीडी साधना दीक्षित, समस्त एमओआईसी, समस्त बीडीओ,बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आशुतोष निरंजन , पीडी साधना दीक्षित, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र सिंह , समस्त सीडीपीओ तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।