जबलपुर में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना में बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जिसके बाद अब कलेक्टर ने सभी सड़कों की जांच कराने के लिए जांच टीम का गठन किया है और 15 दिनो के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। दरअसल जबलपुर के पाटन जनपद पंचायत के अंतर्गत मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 20 सड़कों की मरम्मत का कार्य कराया गया था।
जिसमे करीब एक करोड़ रुपए आवंटित हुए थे और ये सभी कार्य ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा कराए गए थे। प्रत्येक सड़क पर पांच पांच लाख रुपए का स्टीमेट बनाया गया। लेकिन काम महज पचास हजार से एक लाख रुपए का ही हुआ। साथ ही मनमाने लोगों को ठेके दिए गए और पूरे काम में नेताओं सहित अधिकारियों ने सरकारी पैसों की जमकर होली खेली।
सड़कों की दुर्दशा पर क्षेत्र क्रमांक 9 से जिला पंचायत सदस्य मनोहर सिंह ने पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर से की थी। जिसके बाद अब कलेक्टर ने जांच टीम बनाकर सभी सड़कों की गुणवत्ता और किए गए कार्यों की जांच प्रारंभ करवा दी है। जिसकी रिपोर्ट जांच समिति को 15 दिनो के अंदर प्रस्तुत करने को कहा गया है।
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के मुताबिक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कार्यों की गड़बड़ी की शिकायत पाई गई थी। जिस मामले में जांच समिति का गठन किया गया है। जांच के बाद 15 दिन में तीन दिवसीय कमेटी के द्वारा रिपोर्ट सौंपी जाएगी। यदि रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आती है, तो दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। बहरहाल अब देखना होगा कि समिति जांच किस तरीके से करती है।