छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में विश्व दिव्यांग दिवस पर जागरुकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इस आयोजन में दिव्यांग स्कूली बच्चों ने अपनी प्रतिभा और कला का प्रदर्शन किया। आयोजन में मूक-बधिर बच्चे छत्तीसगढ़ी गीतों की धुन पर जमकर थिरकते नजर आए। इसके साथ ही उनके लिए खेलकूद प्रतिस्पर्धा भी हुई, जिसमें उन्होंने उत्साह से भाग लिया। गुरुवार को जागरूकता सप्ताह के दौरान दिव्यांग बच्चों के लिए शार्ट मैराथन का भी आयोजन किया।
समाज एवं कल्याण विभाग की ओर हर साल की तरह इस साल भी अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन के तहत तिफरा स्थित अंध, मूक, बधिर शाला में दिव्यांग बच्चों के लिए खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अलग-अलग वर्ग के बच्चों के लिए गीत-संगीत और नृत्यों का आयोजन हुआ, जिसमें दृष्टिबाधित बच्चों ने सुमधुर गीतों के साथ आकर्षक प्रस्तुति दी और अपनी कला प्रदर्शित की। इसी तरह मूक-बधिर बच्चों ने छत्तीसगढ़ी और फिल्मी गीतों की धुन पर डांस की प्रस्तुति दी।
खेलकूद में भी दिखाई प्रतिभा
स्कूल में दिव्यांग
बच्चों के लिए अलग-अलग खेलकूद प्रतिस्पर्धा भी हुई, जिसमें बच्चों ने
हिस्सा लिया। समाज कल्याण विभाग के प्रशांत मोकासे ने बताया कि दिव्यांग
बच्चों के लिए हुए इस आयोजन में सभी ने अपनी कला प्रदर्शित की। स्थानीय
स्तर के प्रतिभागियों का चयन जिला स्तर पर किया गया है। फिर चयनित बच्चे
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
गुरुवार को दिव्यांग बच्चों के लिए शार्ट मैराथन रैली का भी आयोजन किया। यह रैली नेहरु चौक से शुरू होकर देवकीनंदन चौक होते हुए वाजपेयी मैदान पहुंची। रैली को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयश्री जैन एवं एडीएम ने हरि झंडी दिखाई। दोनों ही अफसर समय से एक घंटा देरी से पहुंचे। इसके चलते दिव्यांग बच्चों और अतिथियों को इंतजार करना पड़ा। इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग की संयुक्त संचालक श्रद्धा एस मैथ्यु, जिला पुनर्वास अधिकारी एपी गौतम, अधीक्षक आश्रयदत्त बीना दीक्षित, सरस्वती रामेश्री, ममता मिश्रा, सत्यभामा अवस्थी, प्रशांत मोकासे, लीलाधर भांगे, प्रशांत द्विवेदी, संजय खुराना,सौरभ दीवान, दीक्षांत पटेल, ज्योति तिवारी, श्वेता दीवान सहित बड़ी संख्या में दिव्यांग बच्चे शामिल हुए।