आगरा में जिला स्तरीय अधिकारी बड़ी लापरवाही बरत रहे हैं, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा फीडबैक प्राप्त करने पर जानकारी हुई कि करीब 90 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। शिकायतों का निस्तारण न होने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी की अध्यक्षता में जन समस्याओं से सम्बन्धित आईजीआरएस प्रोर्टल, मुख्यमंत्री पोर्टल तथा तहसील दिवस में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण हेतु समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई थी। इसमें सामने आया कि 90% शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है।
असंतुष्ट फीडबैक पर भड़के डीएम
समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रो.) ने बताया कि 01 से 31 अक्टूबर के मध्य शासन ने शिकायत निस्तारण के सम्बन्ध में शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया, जिसमें अधिशासी अभियंता विद्युत के 117 में से 62 असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुए। इसी प्रकार जिला समाज कल्याण अधिकारी के 39 के सापेक्ष 22, अधिशासी अभियंता प्रांतीय खण्ड लोनिवि के 30 के सापेक्ष 24, सहायक श्रमायुक्त के 23 के सापेक्ष 20 तथा सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता के 10 के सापेक्ष 09 असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुए हैं।
अफसरों पर होगी कठोर कार्रवाई
जिलाधिकारी ने सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों को बताया गया कि शासन द्वारा अन्तिम 10 में जनपद का स्थान आने पर डीओ लेटर निर्गत किया गया है। इसके अतिरिक्त शासन द्वारा निस्तारण में सम्बन्धित अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता से वार्ता न करने तथा स्वयं स्थलीय निरीक्षण न कर आख्या अपलोड करने के सम्बन्ध में भी शासन द्वारा डीओ लेटर निर्गत किया गया है। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा के अन्दर किया जाए और यदि किसी विभाग के अधिकारी द्वारा अपने व अपने अधीनस्थों से सम्बन्धित शिकायतों का निस्तारण समय सीमा के अन्दर नहीं किया जाता है तो उस अधिकारी के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
लापरवाही क्षम्य नहीं की जायेगी
डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि वर्तमान माह में कोई भी प्रकरण डिफाल्ट श्रेणी में न आये। अपलोड की गई आख्या का अवलोकन अवश्य करें तथा संतुष्ट होने की स्थिति में ही अग्रसारित करें। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस, मुख्यमंत्री पोर्टल, तहसील दिवस के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण एवं सार्थक हो, यह शासन की प्राथमिकता में है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जायेगी।
डीएम ने विकास योजनाओं पर चर्चा
डीएम ने नहरों की सिल्ट सफाई, गड्ढा मुक्त सड़कों की जांच, चकरोड निर्माण, तालाबों के पट्टे आदि विकास एवं योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। जनपद स्तरीय अधिकारियों को सचेत करते हुए निर्देश दिए कि उनके विभाग के कार्यालयों में कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति कार्यों का सम्पादन करते हुए मिला तो सम्बन्धित विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय करते हुए उसके विरूद्ध शासकीय व वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी बैठक में ये भी रहे मौजूद
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, सचिव, आगरा विकास प्राधिकरण श्रद्धा सांडिल्य, जिला विकास अधिकारी राकेश रंजन, मुख्य चिकित्साधिकारी अरुण श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी (प्रो.) प्रशान्त तिवारी, अपर जिलाधिकारी (विरा.) शुभांगी शुक्ला, जिला पंचायत राज अधिकारी मनीष कुमार, उप निदेशक, कृषि पीके मिश्रा सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।