नई दिल्ली: मास्टरकार्ड (Mastercard) के पूर्व सीईओ अजय सिंह बंगा (Ajay Singh Banga) वर्ल्ड बैंक (World Bank) के नए चीफ होंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने 23 फरवरी 2023 को यह घोषणा की है। अजय बंगा इस पद पर नियुक्त होने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। इस समय विश्व बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट का पद भी भारतीय नागरिक इंदरमीत गिल के पास है। अजय सिंह बंगा की नियुक्ति को जल्द ही विश्व बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से मंजूरी मिल सकती है, जो एक औपचारिक प्रक्रिया मात्र है। क्या आप जानते हैं अजय बंगा की नेटवर्थ (Ajay Banga Net Worth) कितनी है? वह कैसे इतनी ऊंचाईयों पर पहुंचे?
कौन हैं अजय सिंह बंगा
अजय सिंह बंगा (Ajay Singh Banga) मास्टरकार्ड में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। अजय को बिजनस में 30 साल से ज्यादा का अनुभव है। वह अमेरिकन रेड क्रॉस, क्राफ्ट फूड्स और डाउ इंक के बोर्ड में रह चुके हैं। अजय बंगा अभी प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के वाइस प्रेसिडेंट है। अजय ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स की डिग्री ली है। अब तक इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड और वर्ल्ड बैंक में भारतीय मूल को कोई भी व्यक्ति इस पद पर नहीं पहुंचा है।अगर वर्ल्ड बैंक का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स उनके नाम पर मुहर लगाता है तो वह इस पर पहुंचने वाले पहले भारतीय-अमेरिकन और सिख-अमेरिकन होंगे।
कितनी है अजय सिंह बंगा की नेटवर्थ
सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, 14 जुलाई 2021 तक अजय बंगा की अनुमानित नेट वर्थ करीब $206 मिलियन डॉलर थी। अजय बंगा के पास $113,123,489 से अधिक मूल्य के मास्टरकार्ड स्टॉक की 60,000 से अधिक यूनिट्स थी। पिछले 13 साल में उन्होंने 69,986,261 डॉलर से ज्यादा मूल्य के एमए स्टॉक बेचे हैं। वह मास्टरकार्ड में सीईओ के रूप में $23,250,000 कमा रहे थे। हालांकि यह आंकड़े साल 2021 तक के हैं।
सरकार कर चुकी है सम्मानित
अजय सिंह बंगा (63) करीब 12 साल तक मास्टरकार्ड इंक के सीईओ (CEO) रहे और दिसंबर 2021 में रिटायर हुए थे। भारत सरकार उन्हें पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया था। अजय यूएस की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ पार्टनरशिप फॉर सेंट्रल अमेरिका के को-चेयर के रूप में काम कर चुके हैं। बांगा की नियुक्ति की घोषणा ऐसे समय हुई है जब कुछ ही दिन पहले वर्ल्ड बैंक को प्रमुख डेविड मालपस ने जून में पद छोड़ने की घोषणा की थी। उनका पांच साल का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म होना था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया है।