रेलवे ने ऐसी व्यवस्था की है कि कोई व्यक्ति या संस्था या राजनीतिक दल पूरी की पूरी ट्रेन बुक करा सकता है। इस तरह की व्यवस्था को रेलवे की भाषा में फुल टैरिफ रेट (Full Tariff Rate(FTR) बुकिंग कहा जाता है। इसमें आपको एक ट्रेन बुक कराने की सुविधा दी जाती है। लेकिन कुछ शर्तों के साथ। इसी के साथ आप चाहें तो किसी ट्रेन में अपना एक डिब्बा भी जुड़वा सकते हैं। आइए, बताते हैं कि ऐसा करने की प्रक्रिया क्या है।
अक्सर राजनीतिक दल करते हैं ऐसा
पूरी ट्रेन बुक कराने के लिए रेलवे ने फुल टैरिफ रेट या एफटीआर सर्विस शुरू किया हुआ है। इसके अंतर्गत कोई व्यक्ति या संगठन ट्रेन को बुक करा सकता है। इसके लिए आपको रेल मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन या आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशना कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए आपको बकायदा एक अमाउंट चुकाना होगा।
केसे कराएं पूरी ट्रेन बुक
पूरी की पूरी ट्रेन को बुक कराने के लिए सबसे पहले आपको एफटीआर रजिस्ट्रेशन FTR registration कराना होगा। इसकेे लिए आपको या तो IRCTC की वेबसाइट पर जाना होगा। उसकी वेबसाइट का पता ftr.irctc.co.in है। यदि आप इंटरनेट पर फेमिलियर नहीं हैं तो आप यात्रा के शुरूआती स्टेशन पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। उस स्टेशन पर आपको उस खिड़की पर जाना होगा, जहां अनरिजर्वर्ड टिकट या जनरल टिकट मिलता है। रेलवे भी भाषा में इस टिकट खिड़की को UTS counter कहा जाता है।
बुकिंग पीरियड क्या है
आप यह जान गए कि आपको कोई ट्रेन बुक करानी है तो एफटीआर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यदि एक बार एफटीआर रजिस्ट्रेशन करा लिया तो यह अधिकतम छह महीने तक वैलिड रहता है। यही नहीं, आपको जब ट्रेन चाहिए, उससे कम से कम 30 दिन पहले आपको ट्रेन बुकिंग के लिए एफटीआर रजिस्ट्रेशन करवा लेना होगा।
क्या क्या देनी होगी सूचना
आईआरसीटीसी के वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आपको कई तरह की सूचना भी देनी होगी। आपको बताना होगा कि बुकिंग टाइप क्या है, ट्रेन में कौन कौन कोच चाहिए। इसके बाद आपको एफटीआर रिक्वेस्ट सबमिट करना होगा। इसके बाद आपको एक बुकिंग रिफरेंस नंबर मिलेगा और बताया जाएगा कि इतना रजिस्ट्रेशन अमाउंट जमा कराना होगा। आपको यह भी ध्याना रखना होगा कि रिफरेंस नंबर जनरेट होने के छह दिनों के अंदर रजिस्ट्रेशन अमाउंट अवश्य जमा कराना होगा। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो फिर से पूरी प्रक्रिया दोहरानी होगी।
काउंटर पर कैसे होगा रजिस्ट्रेशन
रेलवे स्टेशन के काउंटर पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आपको यात्रा शुरू होने वाले स्टेशन के स्टेशन मास्टर या चीफ बुकिंग सुपरवाइजर के पास जाना होगा। वहां एफटीआर बुकिंग के लिए आपको एक रिटन रिक्वेस्ट देना होगा। उसमें आपको सारा डिटेल देना होगा। चीफ बुकिंग सुपरवाइजर फिर इस जानकारी को एफटीआर सिस्टम में फीड करेंगे। उसके बाद उन्हें एक सिस्टम जेनेरेटेड स्लिप दिया जाएगा। इस स्लिप में रिफरेंस नंबर और रजिस्ट्रेशन अमाउंट का उल्लेख रहता है। फिर इस अमाउंट को वहीं काउंटर पर जमा कराना होगा।
कितने कोचों की बुकिंग
ट्रेन बुक कराने वाले पार्टी कम से कम 18 डिब्बे और अधिकतम 24 डिब्बे की ट्रेन बुक करा सकते हैं। इनमें दो एसएलआर भी शामिल होगा। एसएलआर मतलब कि गार्ड का डिब्बा। यह ट्रेन के आगे और पीछे लगाया जाता है। जो पार्टी किसी ट्रेन में कोच बुक करवाते हैं, उन्हें अधिकतम 10 डिब्बे लगवाने की सुविधा मिलती है। उन्हें एसएलआर बुक कराना जरूरी नहीं होता है।
क्या होगा रजिस्ट्रेशन अमाउंट
यदि आप कोच बुक कराते हैं तो अधिकतम सात दिन के टूर के लिए आपको प्रति डिब्बा 50 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन अमाउंट देना होगा। यदि आपका टूर सात दिन से ज्यादा का होता है कि फिर हर दिन हर डिब्बे के लिए अतिरिक्त 10 हजार रुपये जमा कराना होगा। यदि आप ट्रेन बुक करा रहे हैं तो 18 डिब्बे के ट्रेन के लिए सात दिन का नौ लाख रुपये जमा कराना होगा। यदि आप इससे ज्यादा डिब्बे चाहते हैं तो आपको हर अतिरिक्त डिब्बे के लिए 50 हजार रुपये जमा करने होंगे। यदि आपका टूर सात दिन से ज्यादा का होगा तो हर रोज के लिए प्रति डिब्बा 10 हजार रुपये और जमा करना होगा।