जिले के युवा डॉ. जितेन्द्र कोचर की उपलब्धि में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। बालाघाट में संस्कृति व साहित्य शोध समिति मध्यप्रदेश की ओर से डॉ. जितेन्द्र कोचर को बालाघाट गौरव अलंकरण से सम्मानित किया गया।
संस्कृति व साहित्य शोध समिति प्रदेश अध्यक्ष एलसी जैन, प्रदेश महासचिव अशोक सिंहासने ‘‘असीम’’ और संरक्षक सुभाषचंद्र गुप्ता ने यह पुरस्कार प्रदान किया। जिस सम्मान को उनके पिता समाज सेवी त्रिलोकचंद कोचर ने ग्रहण किया।
गौरतलब हो कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पीएचएडी हासिल कर डॉक्टर बने जितेन्द्र कोचर ने अपने अब तक करियर में कई उपलब्धियां हासिल की है। पीएचडी, सीएम (सीआईएमयूके), एलएलबी व एटीएल डॉ. जितेन्द्र कोचर ने एडवांस बैलिस्टिक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शोध किया है और 25 से अधिक खोजपूर्ण उपलब्धियां अपने नाम की है।
जिन्होंने वीवीआईपी और भारत के जवानों की जान-माल की सुरक्षा के लिए ए-पोर्टेबल बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन डिवाइस का एक बड़ा आविष्कार किया है। जिनकी वैज्ञानिक सोच और उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर संस्कृति व साहित्य शोध समिति मध्यप्रदेश ने अपने प्रथम अलंकरण समारोह ‘‘अंकुरण 2023’’ में उन्हें बालाघाट गौरव अलंकरण 2023 से सम्मान से सम्मानित किया है। साथ ही समिति ने उनके देश और समाज को दिए जा रहे योगदान और प्रतिभा की सराहना की है।