वरिष्ठ पत्रकार/सामाजिक कार्यकर्ता ने ज़िला प्रशासन को पत्र लिखकर की कार्यवाही की मांग…
चित्रकूट. ज़िले में कुछ अराजकतत्वों द्वारा जातिवादी मानसिकता रखते हुए समाज में ज़हरीला वातावरण तैयार किया जा रहा है और युवाओं को बरगलाने के लिए गांव गांव जाकर भड़काऊ भाषण व सोशल मीडिया माध्यम पर भड़काऊ पोस्टें शेयर की जा रही हैं व पोस्ट की जा रही हैं जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका है l आज इसी सामाजिक मुद्दे को लेकर वरिष्ठ पत्रकार/ सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह राणा द्वारा जिलाधिकारी महोदय व पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन सौंपा गया और जातिवादी मानसिकता रखकर सामाजिक माहौल बिगाड़ने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही किए जाने की मांग की गई l
जिलाधिकारी महोदय/पुलिस अधीक्षक महोदय को दिए गए ज्ञापन में वरिष्ठ पत्रकार/सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह राणा ने बताया कि अपने ज़िले चित्रकूट का गौरवशाली इतिहास रहा है जहां पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अपने वनवास काल के लगभग साढ़े ग्यारह वर्ष इसी पावन भूमि पर व्यतीत किए थे वहीं आज़ भी प्रतिमाह अमावस्या व प्रत्येक सोमवार को हजारों/लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते हैं और मतगजेंद्रनाथ पर जल चढ़ाते हैं व भगवान कामदनाथ के दर्शन कर परिक्रमा लगाते हैं और अपनी मन्नतें मांगते हैं इसी पावन भूमि चित्रकूट के पठारी क्षेत्रों, जंगलों व बीहड़ों में दस्युओं का फ़रमान चला करता था जिनके फरमान पर सांसद,विधायक से लेकर पंचायत प्रतिनिधि चुने जाते थे दस्युओं के खात्मे के बाद यहां का जनजीवन खुशनुमा दिखने लगा था लेकिन वर्तमान समय में दूषित मानसिकता के कुछ अराजकतत्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम किया जा रहा है जो अपनी दूषित मानसिकता रखते हुए समाज में ज़हरीला वातावरण तैयार कर रहे हैं व गांव गांव जाकर युवाओं को बरगलाने का काम कर रहे हैं जिसके कारण यह युवा बिना सोंचे समझे ऐसे दूषित माहौल में ढलने का काम कर रहे हैं और सोशल मीडिया माध्यम का सहारा लेकर बिना सोंचे समझे भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं और शेयर कर रहे हैं जिससे यह साफ़ प्रतीत होने लगा है कि दस्युओं के खात्मे के बाद यह दूषित मानसिकता के लोग समाज के लिए बड़े ही घातक सिद्ध हो सकते हैं l
वरिष्ठ पत्रकार/ सामाजिक कार्यकर्ता ने यह भी बताया कि आगामी लगभग डेढ़ वर्ष के अंतराल में पंचायत चुनाव होने वाले हैं जिसके लिए यह दूषित मानसिकता के भड़काऊ नेता समाज के बीच पहुंच कर ज़हरीला वातावरण तैयार कर रहे हैं और अपने आप को उनका हितैषी होने का दंभ भरते हुए नज़र आ रहे हैं जबकि विपरीत परिस्थितियों में यह भड़काऊ नेता समाज से दूरियां बनाते हुए नज़र आते हैं l
जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त इन भड़काऊ नेताओं की कार्यशैली व बयानबाज़ी व भड़काऊ पोस्टों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिसके कारण जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त यह नेता अपनी मनमानी करते हुए नज़र आ रहे हैं और सामाजिक माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं l जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त इन नेताओं की कार्यशैली, भड़काऊ भाषण व सोशल मीडिया माध्यम पर आपत्ति जनक पोस्टों पर अगर समय रहते लगाम नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में बहुत ही घातक परिणाम देखने को मिल सकते हैं l
वरिष्ठ पत्रकार/ सामाजिक कार्यकर्ता ने जिला प्रशासन से यह मांग की है कि उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त नेताओं की कार्यशैली, भड़काऊ भाषण व सोशल मीडिया माध्यम पर आपत्तिजनक पोस्ट व कमेंट करने वाले लोगों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाय जिससे सामाजिक सौहार्द बना रहे और आम जनमानस खुशहाली से अपना जीवन व्यतीत कर सके l