फिरोजाबाद 09, नवम्बर। परंपरागत ढंग से फिरोजाबाद नगर में प्रतिवर्ष निकलने वाली वीरांगना झलकारी बाई शोभायात्रा को राजनीतिक दबाव के चलते प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है।वीरांगना झलकारी बाई शोभा यात्रा समिति पंजीकृत के अध्यक्ष मनोज शंखवार पार्षद की समिति ने एक प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए बताया है कि वीरांगना झलकारी बाई शोभा यात्रा समिति लंबे समय से फिरोजाबाद नगर में शोभायात्रा निकालती चली आ रही है। सन् 2018 में इस समिति का विधिवत पंजीकरण उप निबंधक फर्म सोसाइटी एवं चिट्स आगरा मंडल आगरा के द्वारा कराया जा चुका है।समिति के विधान के अनुसार 05 वर्ष बाद समिति का चुनाव/ नवीनीकरण होता है। वर्ष 2023 में समिति के चुनाव में मनोज शंखवार पार्षद को अध्यक्ष चुना गया। पहिले मैं इस समिति का उपाध्यक्ष और रविंद्र सिंह अध्यक्ष थे। चुनाव के बाद उप निबंधक ने मनोज शंखवार पार्षद की समिति का चुनाव सही मानते उसे नवीनीकृत कर पदाधिकारी की सूची को सत्यापित कर मान्यता प्रदान कर दी है।तत्पश्चात हमारे द्वारा नगर मजिस्ट्रेट को शोभायात्रा निकालने की अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र देने के उपरांत थाना प्रभारी उत्तर के द्वारा शोभा यात्रा निकालने हेतु प्रबल संस्तुति की गई, जिसे 15 दिन बाद में राजनैतिक दबाव के चलते थाना प्रभारी ने स्वयं निरस्त कर दिया,तत्पश्चात मेरे द्वारा जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से नगर मजिस्ट्रेट को फिर से प्रत्यावेदन दिया गया, जिस पर उन्होंने डिप्टी रजिस्टार आगरा से जांच कराई। सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा कराई गई जांच में भी हमारी समिति ही वैध पाई गई,फिर भी भाजपा महानगर के एक आला पदाधिकारी के दबाव में प्रशासन मनोज शंखवार की समिति को शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं देकर संविधान की हत्या कर रहा है। पुलिस प्रशासन एवं भाजपा महानगर पदाधिकारी द्वारा मेरे खिलाफ षडयंत्र करके कांग्रेस के एक 93 वर्षीय बुजुर्ग को फर्जी अध्यक्ष के रूप में आगे करके फर्जी समिति को महत्व देकर सच्चाई को दबाया जा रहा है। हद तो तब हो गई जब फर्जी समिति के अध्यक्ष श्री बाबूराम निशंक,महामंत्री अजब सिंह शंखवार,कोषाध्यक्ष दिनेश शंखवार के द्वारा मेरी समिति के नाम का फर्जी लेटर पैड एवं फर्जी रसीद बुक छापकर धोखाधड़ी करके लाखों रुपया चंदा कर लिया हैं। मैंने ऐसे फर्जी पदाधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा संबंधित थाना में तहरीर दी है,लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत नहीं किया जा रहा है, पुलिस फर्जी लोगों को जेल भेजने की जगह सम्मान पूर्वक कुर्सी पर बैठाती है।पुलिस और प्रशासन अच्छी तरह जानता है कि मनोज शंखवार की समिति ही वैधानिक समिति है फिर भी राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण सच्चाई को दबाने का काम कर रहा है। मनोज शंखवार ने आगे कहा कि यदि 03 दिन के अंदर मुझे शोभायात्रा निकालने की अनुमति प्रदान नहीं की गई तो लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर आमरण अनशन करने को विवश होना पड़ेगा। इसके साथ ही माननीय उच्च न्यायालय की शरण में भी जाऊंगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होगी।
प्रेश वार्ता में पूर्व पार्षद हेतसिन्ह शंखवार ,पूर्व पार्षद प्रेमचन्द्र शंखवार ,रामकुमार शंखवार ,विनोद शंखवार ,सुनील शंखवार एल.आई.सी.,सुनील कुमार ,विपिन शंखवार ,शिलेन्द्र शंखवार ,अमित शंखवार ,कोमल शंखवार ,सहदेव शंखवार ,लक्ष्मण कुमार आदी लोग उपस्थित रहे।