इस्लामाबाद: पाकिस्तान में भूकंप आने की भविष्यवाणी वाले वीडियो पर बवाल मचा हुआ है। लोगों को डर है कि तु्र्की और सीरिया जैसी तबाही पाकिस्तान में भी मच सकती है। इस वीडियो में एक डच रिसर्चर पाकिस्तान में भूकंप की भविष्यवाणी करते सुनाई देते हैं। ऐसे में लोगों की घबराहट को कम करने के लिए पाकिस्तान के नेशनल सिस्मिक मॉनिटरिंग सेंटर (NSMC) ने बयान जारी किया है। एनएसएमसी के डायरेक्टर जाहिद रफी ने कहा कि पाकिस्तान में भूकंप आने की भविष्यवाणी सच नहीं है। उन्होंने कहा कि भूकंप एक प्राकृतिक घटना है और कोई भी पहले से नहीं जान सकता कि वह कब हमला करेगा।
भूकंप के बारे में पहले से पता नहीं लगा सकते
एनएसएमसी प्रमुख ने कहा कि अगर भूकंप के बारे में पहले से पता होता तो तुर्की में जान-माल का इतना नुकसान नहीं होता। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में भूकंप हल्के झटके कोई नई बात नहीं है। पाकिस्तान में हल्के भूकंप आते हैं और आगे भी होते रहेंगे। लोगों के डर को शांत करने के प्रयास में उन्होंने कहा कि तुर्की और पाकिस्तान में फॉल्ट लाइन के बीच कोई समानता नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही भविष्यवाणियों के लिए कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। उन्होंने उन भविष्यवाणियों को खारिज कर दिया कि हाल ही में तुर्की और सीरिया को हिलाकर रख देने वाला भूकंप अगले कुछ दिनों में पाकिस्तान में आने वाला है।
तुर्की और सीरिया में भूकंप से मची तबाही
सोमवार को 7.8 की तीव्रता के भूकंप ने तुर्की और सीरिया को हिलाकर रख दिया था। इसके लगभग 1 घंटे बाद दूसरा शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें अस्पताल, स्कूल और अपार्टमेंट ब्लॉक सहित हजारों इमारतें गिर गईं। भूकंप से वर्तमान में मरने वालों की संख्या 15000 से अधिक हो चुकी है, जबकि तुर्की और उत्तरी सीरिया में अब भी लाखों लोग घायल और बेघर हैं। भीषण ठंड और रूक-रुककर हो रही बारिश ने राहत और बचाव कार्यों में काफी परेशानी खड़ी की है। लोगों में राहत कार्यों की धीमी रफ्तार को लेकर एर्दोगन सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है।
पाकिस्तान में भूकंप की आशंका से दहशत
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी कर कहा कि तुर्की में आए विनाशकारी भूकंपों ने पाकिस्तान में दहशत पैदा कर दी है। पीएमडी अपना स्वयं का भूकंपीय निगरानी नेटवर्क चला रहा है, जिसमें 30 दूरस्थ निगरानी स्टेशन शामिल हैं। इसमें हर दिन आसपास के क्षेत्रों में होने वाले भूकंपों की रिकॉर्डिंग की जा रही है। ये भूकंप छोटे से मध्यम श्रेणी के होते हैं। भूकंप एक विशुद्ध रूप से प्राकृतिक घटना है। पाकिस्तान और पड़ोसी देशों जैसे ईरान, अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान ने अतीत में कई बड़े खतरानक भूकंपों का अनुभव किया है। इन देशों में भूकंप की संभावना काफी ज्यादा है। हम हर दिन 100 से अधिक भूकंपों को रिकॉर्ड कर रहे हैं।
वैज्ञानिक बोले- तुर्की की घटना को पाकिस्तान से जोड़ना सही नहीं
पीएमडी ने यह भी कहा कि तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप को पाकिस्तान से जोड़ना वैज्ञानिक रूप से सही नहीं है। उसने कहा कि पाकिस्तान और आसपास के देशों में एक बड़े भूकंप की घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है लेकिन यह कब और कहां आएगा, मौजूदा तकनीक से यह संभव नहीं है। इसने यह भी स्पष्ट किया कि भूकंप की संभावना का पता लगाने का प्रचलित तरीका पिछले भूकंपीय डेटा का उपयोग करके क्षेत्रों के भूकंपीय खतरे का पता लगाना है।