इस्लामाबाद: पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में मंगलवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। देश के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार भूकंप की तीव्रता 6.8 थी और इससे लोगों में घबराहट फैल गई तथा वे अपने घरों से बाहर भाग गए। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था।लाहौर, इस्लामाबाद, पेशावर, झेलम, शेखूपुरा, स्वात, नौशेरा, मुल्तान, स्वात, शांगला सहित विभिन्न स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में भूकंप से अब तक 11 लोगों के मारे जाने की खबर है। झटके इतने तेज थे कि कई मकान ढह गए। ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों में रहने वाले लोग घरों से बाहर निकल आए और काफी समय तक ऑफ्टरशॉक की डर से बाहर ही रहे।
अफगानिस्तान में जमीन के 180 किमी अंदर था केंद्र
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के जुर्म में 180 किलोमीटर की गहराई में था।भूकंप के झटके भारत, अफगानिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान चीन समेत कई देशों में भी महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर 6.6 की तीव्रता वाले भूकंप को रात 10:17 बजे दर्ज किया गया। पाकिस्तान की आपातकालीन सेवाओं के एक प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सदमे की स्थिति में 100 से अधिक लोगों को अस्पतालों में ले जाया गया।
पाकिस्तान में स्वास्थ्य एजेंसियां हाई अलर्ट
जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल कादिर पटेल ने पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) के साथ-साथ फेडरल गवर्नमेंट पॉलीक्लिनिक में एक आपातकालीन अलर्ट जारी किया है। घायलों तक सरकारी मदद पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की कई टीमों को लगाया गया है। रात होने के कारण दूर दराज के इलाकों में अब भी राहत टीमें नहीं पहुंच पाई हैं। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ियों के किनारे बसे लोगों को हुआ है। पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में भूकंप से तबाह लोगों की मदद करना काफी मुश्किल हो सकता है।
उत्तर भारत में भी महसूस किए गए तेज झटके
भारत में भी दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में काफी तेज थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा "दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। आशा है कि आप सभी सुरक्षित होंगे।" एक वरिष्ठ भूकंप विज्ञानी ने बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत और दिल्ली में लोगों ने अपेक्षाकृत लंबे समय तक झटके महसूस किए क्योंकि फॉल्ट की गहराई 150 किमी से अधिक थी। उन्होंने कहा कि उत्तरी भारत में लोगों ने पहले प्राथमिक तरंगों को महसूस किया और फिर द्वितीयक तरंगों से प्रभावित हुए। दिल्ली में कई मिनट तक चले भूकंप के झटकों को निवासियों ने देखा तो लोग दहशत में सड़कों पर निकल आए।
भूकंप की भविष्यवाणी ने बढ़ाई है पाकिस्तान की टेंशन
पाकिस्तान में भूकंप की भविष्यवाणी से लोग पहले से ही डरे हुए हैं। पिछले महीने तुर्की की तबाही के तुरंत बाद एक डच रिसर्चर पाकिस्तान में भूकंप की भविष्यवाणी की थी। नीदरलैंड के रिसर्चर फ्रैंक हूगरबीट्स ने 3 फरवरी को ही ट्वीट कर कहा था कि तुर्की के बाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत में भूकंप के तेज झटके आ सकते हैं। उन्होंने यहां तक बताया था कि इनकी तीव्रता तुर्की वाले भूकंप से काफी तेज हो सकती है। हूगरबीट्स का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी तेज वायरल हुआ था। वीडियो में उन्हें दक्षिण एशिया में भूकंप के प्रभाव के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है।