गाजीपुर। बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही ने एक अकुशल संविदा श्रमिक की जान ले ली। जिसका काम बस सीढ़ी पकड़ना या अन्य कोई मदद करना था, उसे ही फाल्ट ठीक करने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ा दिया। इस बीच शटडाउन के बावजूद विद्युत उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति चालू कर दी गई। खंभे पर चढ़ा श्रमिक करंट से झुलस कर मर गया। छह घंटे तक शव तार से चिपका रहा।




रविवार रात हुई इस घटना से आक्रोशित ने सड़क जाम कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। सोमवार को घटना का संज्ञान लेते ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कार्रवाई की।
विद्युत उपकेंद्र करीमुद्दीनपुर के एसएसओ (संविदा कर्मी) अवधेश पाल को बर्खास्त करते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है। जेई अशोक कुमार व उपखंड अधिकारी (एसडीओ) दिलीप साहू को निलंबित कर दिया गया है। अधिशासी अभियंता आशीष कुमार को चार्जशीट जारी की गई है।
करीमुद्दीनपुर के भरौली कला गांव निवासी देवेंद्र राय कई वर्षों से स्थानीय उपकेंद्र पर अकुशल संविदा श्रमिक थे। रविवार को लट्ठूडीह गांव के पूर्वी क्षेत्र में फाल्ट होने की सूचना पर अधिकारियों ने पावर हाउस से शटडाउन लेकर देवेंद्र को फाल्ट ठीक कराने के लिए खंभे पर चढ़ा दिया। इसी बीच अचानक हाई टेंशन लाइन में बिजली की आपूर्ति चालू कर दी गई। करंट की चपेट में आकर देवेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों ने गाजीपुर-बलिया मार्ग पर जाम लगा दिया। देवेंद्र राय के बड़े बेटे आशीष राय की तहरीर पर पुलिस ने एसएसओ अवधेश पाल के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसओ घटना के बाद से ही फरार है।
घटना का संज्ञान लेते हुए ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने अपने एक्स पर शोक जताया है। पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। प्रभारी अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता सैदपुर बृजेश कुमार ने बताया कि घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है।
विद्युत मजदूर पंचायत ने उच्च स्तरीय जांच की उठाई मांग
विद्युत मजदूर पंचायत के पदाधिकारियों ने संगठन भवन लाल दरवाजा में बैठक कर मृतक संविदा कर्मी को न्याय की गुहार लगाते हुए घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। इस दौरान दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित किया। मंडल अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि अकुशल संविदा कर्मी अवधेश पाल से करीमुद्दीनपुर उपकेंद्र पर उपकेंद्र परिचालक का कार्य लिया जा रहा था।
कुशल संविदा कर्मी का काम अकुशल संविदा कर्मी अवधेश पाल से उपकेंद्र परिचालक का काम क्यों लिया जा रहा था। जबकि अकुशल संविदा कर्मी को उपकेंद्र परिचालक के संबंध में कोई जानकारी नहीं होती है। यह काम कुशल संविदा कर्मी ही संपादित कर सकता है। इसी कारण यह घटना घटी है।
बैठक में कहा गया कि मृतक संविदा कर्मी देवेंद्र राय उर्फ मुन्ना राय भी अकुशल संविदा कर्मी थे, पोल पर चढ़कर लाइन बनाने का काम कुशल संविदा कर्मी का होता है तो किन परिस्थिति में उपेंद्र राय उर्फ मुन्ना राय को शटडाउन देकर पोल पर चढ़ाकर उनकी जान ली गई।
संगठन ने पूरे घटना की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की एवं दोषी अभियंताओं के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
मृतक संविदा कर्मी के परिवार को विभाग से मिलने वाला 10 लाख मुआवजा, पत्नी को पेंशन एवं आश्रित को नौकरी दिए जाने की मांग किया।
विभागीय सूत्रों की माने तो एमडी पावर कारपोरेशन लखनऊ का स्पष्ट आदेश है कि यदि विद्युत दुर्घटना में कोई दुर्घटना होती है तो अधिशासी अभियंता का पूर्ण उत्तरदायित्व माना जाएगा। जूनियर इंजीनियर और एसडीओ के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है और अधिशासी अभियंता के विरुद्ध केवल चार्जशीट देकर मामला रफा दफा करने की कोशिश की जा रही है।
