नई दिल्ली। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंचने और ग्रेप का दूसरा चरण को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज सोमवार को संबंधित विभागों की बैठक बुलाई। दोपहर 12 बजे बुलाई गई इस बैठक में ग्रेप दो के सभी प्रविधानों को सख्ती से क्रियान्वित करने के साथ-साथ एहतियात के तौर पर उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की गई।
दिल्ली में 300 के पार पहुंचा AQI
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस दौरान वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कई फैसले लिए। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सर्दी बढ़ने और हवा की स्पीड कम होने से एक्यूआइ 300 के पार पहुंच गया है।
दिल्ली का एक्यूआइ 300 के पार यानी ‘बहुत खराब’ होने के मद्देनजर सीएक्यूएम ने ग्रेप दो लागू करने का निर्देश दिया है। इसी को ध्यान में रखते यह बुलाई गई थी। सभी संबंधित 28 विभागों के साथ मिलकर बैठक की है। ग्रेप दो के सभी प्रविधानों पर विचार विमर्श हुआ। इस दौरान कई अहम निर्णय लिए गए।
मुख्य बातें-
13 हॉट स्पॉट के अलावा आठ और ऐसी जगहों की पहचान की गई है जहां एक्यूआइ ज्यादा रहता है। जैसे- शादीपुर, आइटीओ, सोनिया विहार, मंदिर मार्ग, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम आदि।
इन सभी जगहों पर स्पेशल टीम निगरानी करेगी। जो भी कारण हैं, उनकी पहचान कर उन्हें दूर करने का काम किया जाएगा।
सभी डीसी को निर्देश दिया गया है कि 25 अक्टूबर को वे ग्राउंट पर विजिट करेंगे और प्रदूषण की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों में तेजी लाएंगे।
पानी के छिड़काव में धूल दबाने वाला पाउडर मिलाया जाएगा ताकि ज्यादा देर तक प्रदूषण थमा रहे।
दिल्ली में चल रहे डीजी सेटस की भी निगरानी शुरू की जाएगी। जो नियमों का पालन नहीं कर रहे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
यातायात जाम वाले -91 प्रमुख बिंदुओं को लेकर ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिया गया है कि यहां पर प्रदूषण कम करने के लिए प्रयास करे और डीपीसीसी को रिपोर्ट भी दे।
मेट्रो की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाया जाएगा। यानी मेट्रो के फेरे बढ़ाए जाएंगे। डीटीसी को भी अधिक बसें उतारने के लिए निर्देश दिया गया है।
आज हमने सभी विभागों के सचिवों को बुलाया था, लेकिन कोई भी नहीं आया। मेरा उन सभी से निवेदन है कि मौजूदा समय में सक्रिय हो जाएं, क्योंकि उनकी सक्रियता के बगैर नीचे के स्तर पर काम नहीं हो पाएगा।
दिल्लीवासियों को भी मोर्चा संभालना पड़ेगा। केवल सरकार के भरोसे ही प्रदूषण से जंग जीतना संभव नहीं है। इसके लिए सभी का सामूहिक सहयोग चाहिए।
पहले की तरह पेड मार्शल या होमगार्ड नहीं होंगे। पिछले साल एलजी ने मंजूरी नहीं दी थी।
विधायक, पार्षद और विभाग जनता के साथ मिलकर यानी पर्यावरण मित्रों की मदद से ऐसा करेंगे।
दिल्ली में 13 प्रदूषण हॉट स्पॉट हैं। आज, शादीपुर, मंदिर मार्ग, पटपड़गंज, सोनिया विहार और मोती बाग सहित आठ अन्य बिंदुओं पर स्थानीय कारणों से एक्यूआइ स्तर 300 से पार देखा गया। प्रदूषण के स्रोतों की पहचान और निरीक्षण के लिए इन स्थानों पर विशेष टीमें तैनात की जाएंगी।