नवरात्रि पर्व के बाद भी शहर में गरबा और डांडिया की धूम मची हुई है, जो इस त्योहार की उत्साह और उल्लास को दर्शाती है। चित्रकूट के विष्णु विजय राघव रिजॉर्ट में आयोजित उत्सव में एक सैकड़ा से अधिक महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जो महिला सशक्तिकरण और समानता की भावना को प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम की शुरुआत मां दुर्गा जी की आरती से हुई, जो एक पारंपरिक और पावन पल था। दिल्ली से आए एंकर लक्ष्मी जी ने उत्सव में समा बांध दिया और कार्यक्रम को नए आयाम दिए।
कार्यक्रम में विभिन्न गेम्स और गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गरबा और डांडिया नृत्य ने सभी को आकर्षित किया और एक अनोखा अनुभव प्रदान किया।
यह कार्यक्रम पिछले चार वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है, जो क्षेत्र की महिलाओं और बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन बन गया है। इसमें कवि और चित्रकूट की महिलाओं की बराबरी से भागीदारी रहती है, जो एक सुंदर और सशक्त सामाजिक संदेश देता है।
कुछ महिलाओं ने मिलकर कवि और चित्रकूट को एक माला में पिरो दिया है, जो एकता और सामाजिक समर्थन की भावना को दर्शाता है। यह कार्यक्रम न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण और एकता का प्रतीक भी है।