हरियाणा सरकार की घोषणा के बाद भी चालू न हो पाई नूंह जिले की इंडरी उप तहसील
क्षेत्र में बस स्टैंड व लड़कियों के लिए कॉलेज की भी कोई व्यवस्था नहीं
पानी की भी भारी किल्लत,अधिकांश एरिया में है खारा पानी, 500 – 600 एकड़ फसलों को होता है नुकसान
गुरुग्राम/नूंह/सुरेश कोहली :
नूंह जिले से करीब 20 किमी. दूर इंडरी गांव बेशक चाहे उप तहसील व ब्लॉक बन गई हो लेकिन यहां ग्रामीणों की माने तो हरियाणा सरकार की घोषणा सफेद हाथी ही सिद्ध हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमे सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग करते हुए कहा है की गांव व आस – पास के इलाके में वर्षा का पानी इकट्ठा होने से किसानों की करीब 500 -600 एकड़ फसल प्रति वर्ष खराब हो जाती है जिससे किसानों को बहुत आर्थिक नुकसान होता है। उन्होंने बताया की सरकार द्वारा उप तहसील इंडरी को नई तहसील बनाए जाने की घोषणा होने के बाद भी अभी तक तहसील कार्यालय को इंडरी को चालू नही किया गया है। गौरतलब है की उप तहसील इंडरी में लगभग 42 गांव लगते है। जिसके चलते ग्रामीणों को करीब 20 किमी. दूर जिला नूंह जाना पड़ता है। बताया जा रहा है की उप तहसील के लिए तैयार की गई इमारत पिछले 2 -3 साल से रिक्त पड़ी है जिसमें अभी भी केवल अधिकारी व कर्मचारी की नियुक्ति होना बाकी है। ग्रामीणों की मांग है की यहां पीने के पानी की भारी किल्लत है अधिकांश पानी यहां का खारा है। जो की पीने योग्य नहीं है। सरकार द्वारा चलाई जा रही रेनीवेल परियोजना के माध्यम से यहां मीठे पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। ग्राम पंचायत के सरपंच प्रवीन व नंबरदार देवेंद्र सिंह के अनुसार गांव में पीएचसी को क्रमोन्नत करके सीएचसी बनाया जाना अति आवश्यक है। उन्होंने खट्टर सरकार से अपनी मांग रखते हुए बताया की गांव व आसपास के क्षेत्र के लोगों की मांग है की क्षेत्र में महिला कॉलेज होना बहुत जरूरी है। क्योंकि आसपास के गांवों की लगकियों को उच्च शिक्षा के लिए दूर -दराज के इलाकों में जाना पड़ता है। उन्होंने कहा की गांव के इलाकों के लोगों की मुख्य मांग यहां बस स्टैंड की भी है। क्योंकि क्षेत्र के लोग अपने निजी कार्य के लिए ब्लॉक इंडरी में आते है जिनको आने जाने के लिए बस की कोई सुविधा नहीं है। इसलिए सोहना से मंडकोला पलवल वाया इंडरी बस चलनी चाहिए। यहां बीपीएल परिवारों को प्लॉट व मकान का भी आवंटन होना चाहिए। ग्रामीणों का कहना है की इंडरी में एक कृषि केंद्र खोला जाए ताकि यहां के किसानों को कृषि में यथा संभव फायदा मिल सके। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा है की इंडरी ब्लॉक में पड़ने वाले गांवों की सड़कों को दुरुस्त व चौड़ीकरण कराने का कार्य सरकार को शीघ्र करना चाहिए ताकि क्षेत्र के लोगों को कोई परेशानी न हो।