नई दिल्ली: आप अभी भी हरी सब्जी (Green Vegetables) महंगी खरीद रहे होंगे। लेकिन थोक मंडी (Mandi) में इसके भाव इतने घट गए हैं कि किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है। दरअसल, हरी सब्जियों की इतनी पैदावार हो गई है कि किसानों को सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं। नतीजतन, सड़कों पर सब्जियां फेकने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। शिमला मिर्च के गिरते दाम ने 20 साल का रेकार्ड तोड़ा है तो प्याज ने 4 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया है। आजादपुर मंडी में सब्जियों का ढेर लग चुका है। व्यापारियों का कहना है कि सप्लाई के मुताबिक डिमांड न होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
मंदी का दर्द झेल रहे हैं
वेजिटेबल ट्रेडर्स असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अनिल मल्होत्रा ने बताया कि आजादपुर मंडी में हरी सब्जियां मंदी का दर्द झेल रही हैं। हरियाणा और पंजाब से आ रही शिमला मिर्च थोक में 3 से 4 रुपये की दर से बिक रही हैं। किसानों को उनकी लागत तक नहीं मिल पा रही है। पिछले साल मई में शिमला मिर्च 15 से 16 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही थी।
प्याज भी हो गया है सस्ता
आजादपुर मंडी में बढ़िया प्याज का थोक दाम 8 से 10 रुपये प्रति किलो चल रहा है। ओनियन ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि इन दिनों प्याज की डिमांड घटी है। जबकि मौसम के गर्म होने के चलते अब प्याज में सड़न शुरू हो चुकी है। मंडी में नासिक, मध्य प्रदेश और राजस्थान से प्याज आ रही है। इसकी रोजाना 40 से 100 ट्रक आ रहे हैं। उनका कहना है कि प्याज की पैदावार ज्यादा होने के चलते इसका भाव गिर रहा है।
गोभी के दाम हाई
किसान अनिल चौहान ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश के चलते गोभी की फसल खराब हो गई है। इसके चलते गोभी के भाव तेज हो गए हैं। स्थिति यह है कि गोभी 30 से 40 रुपये प्रति किलो थोक की दर पर बिक रहा है। साथ ही सप्लाई भी घट गई है। पहले 40 से 50 गाड़ियां आती थीं। लेकिन शुक्रवार को महज तीन गाड़ियां ही आई हैं।