नई दिल्ली। दिल्ली में आटो चलाने वाले हर सातवें आटो चालक को सीओपीडी की बीमारी है। इसका एक कारण वायु प्रदूषण है। लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज के कम्यूनिटी मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। हाल ही में यह अध्ययन इंडियन जर्नल आफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित हुआ है।
अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार
यह अध्ययन पूर्वी दिल्ली के 409 आटो चालकों पर किया गया है। उनकी औसत उम्र 43 वर्ष थी। अध्ययन में पाया गया कि 13.7 प्रतिशत आटो चालक सीओपीडी की बीमारी से पीड़ित पाए गए। 63 प्रतिशत आटो चालक दस वर्षों से आटो चला रहे थे। 16 प्रतिशत को हल्का, 64 प्रतिशत को मध्यम स्तर का और 20 प्रतिशत को सीओपीडी की गंभीर बीमारी थी।
95 मास्क का इस्तेमाल
अध्ययन में पाया गया कि वायु प्रदूषण से बचाव के लिए सिर्फ 7.3 प्रतिशत आटो चालक ही मास्क का इस्तेमाल करते हैं। इसमें भी ज्यादातर कपड़े का मास्क इस्तेमाल करते हैं, जिससे प्रदूषण से ज्यादा बचाव नहीं होता। प्रदूषण से बचाव के लिए एन 95 मास्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।