डीडीओ साहब बताएं जब निलंबन पत्र में कूट रचित दस्तावेज माना गया तो अब तक मुकदमा पंजीकृत क्यों नहीं
जिम्मेदार संज्ञान लेकर किसी अधिकारी को नामित कर करायेंगे व फिर देंगे अभयदान
चर्चा आज की




सीतापुर
विकासखंड सकरन की ग्राम पंचायत ओडाझार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था जिसकी शिकायत मानवाधिकार सहायता संघ अंतरराष्ट्रीय जिला अध्यक्ष राजकुमार मिश्रा द्वारा जिलाधिकारी से की गई थी जिला अधिकारी द्वारा इस प्रकरण का संज्ञान लेकर खंड विकास अधिकारी सकरन को निर्देशित कर जांच कराई गई थी जांच में भ्रष्टाचार व कूट रचित दस्तावेज होना पाया गया था जिस पर खंड विकास अधिकारी सकरनद्वारा आरोप पत्र बनाकर प्रधान व सचिव के विरुद्ध कार्यवाही हेतु डीडीओ वा डीपीआरओ को पत्र प्रेषित किया गया था जिस पर जिलाधिकारी द्वारा व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संज्ञान लेकर सचिवको निलंबित कर दिया गया था प्रधान पर कार्यवाही अब तक न होना किसी बड़े भ्रष्टाचार को दबाने व संरक्षण देने का आरोप शिकायतकर्ता द्वारा जिलाधिकारी से लगाया गया है चारों तरफ भ्रष्टाचार साबित होने के बाद जब निलंबन पत्र जारी हुआ तो उसमें स्पष्ट रूप से दर्ज था की कूटरचित फर्जी दस्तावेज भ्रष्टाचार व दुरभिर्संधि करके शासन प्रशासन को बरगलाने का व कूट रचित दस्तावेजों को तैयार कर उच्च अधिकारियों को गुमराह करना पाया गया था जिस पर सचिव महोदय का निलंबन हुआ था लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक पूर्ण कार्यवाही न करते हुए सिर्फ खाना पूर्ति करके भ्रष्टाचार को दबाने का कार्य किया है जब कूट रचित दस्तावेज पाए गए तो अब तक डीडीओद्वारा किसी अधिकारी को नामित कर सचिव व प्रधान के विरुद्ध मुकदमा क्यों नहीं कराया गया पंजीकृत जबकि यह भ्रष्टाचार कानूनी रूप से अवैध है इस पर सरकार के नियमावली के मुताबिक किसी अधिकारी को नामित कर मुकदमा पंजीकृत कराया जाना चाहिए था लेकिन जिम्मेदारों द्वारा ऐसा ना करके प्रधान पर कोई कार्यवाही अब तक नहीं की गई सचिवको दिखावा मात्र के लिए निलंबित किया गया लेकिन फर्जी दस्तावेज कूट रचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मुकदमा पंजीकृत न करके शासन प्रशासन ने सरकार की आम जनमानस के बीच किरकिरी कराने का कार्य किया है माननीय जिलाधिकारी सीतापुर वा सीडीओ सीतापुर के द्वारा प्रकरण का संज्ञान लेकर दोषियों के विरुद्ध सचिव व प्रधानके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने का आदेश करते हैं
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शिकायतकर्ता द्वारा इस प्रकरण पर क्या बताया गया जब शिकायतकर्ता से बात की गई तो शिकायतकर्ता ने बताया कि दोषी प्रधान, सचिव पर शासन प्रशासन के द्वारा आधी अधूरी कार्यवाही की गई सम्पूर्ण कार्यवाही अब तक न होना किसी बड़े भ्रष्टाचार को संरक्षण देकर प्रधान व सचिव को बचाने के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा अब तक इस तरह कूट रचित फर्जी दस्तावेजों को तैयार करने के मामले में मुकदमा पंजीकृत न कराया जाना अधूरा न्याय है लेकिन जिलाधिकारी महोदय, सीडीओ सीतापुर से हमें पूर्ण आशा और विश्वास है कि इस प्रकरण में उनके द्वारा संज्ञान लेकर सख्त कार्यवाही सचिव, प्रधान पर सुनिश्चित की जाएगी और आम जनमानस और हम सबको न्याय मिलेगा
