गोपालगंज। इस साल रबी अभियान के दौरान जिले में कुल 4559 हेक्टेयर में तिलहन की खेती की जाएगी। इनमें 3771 हेक्टेयर में अकेले सरसों की खेती होगी। किसानों को बीज की खरीद पर अनुदान दिया जाएगा।
कृषि विभाग ने इस साल तिलहनी फसल की खेती का रकबा पिछले वर्ष की अपेक्षा बढ़ा दिया है। पिछले साल 3900 हेक्टेयर में तेलहन की खेती की गई थी।
प्रखंडों का लक्ष्य निर्धारित करने के बाद कृषि विभाग उन्नत तकनीक से तेलहन की खेती के लिए किसानों को जागरूक कर रहा है। ताकि किसान बेहतर तरीके से तेलहन की खेती कर अधिक से अधिक उपज प्राप्त कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकें।
तिलहन की खेती पर कृषि विभाग का विशेष ध्यान
कृषि विभाग ने इस साल तिलहन की खेती पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है। इस साल जिले में गेहूं व मक्का के बाद सबसे अधिक रकबा में तेलहन की खेती की जाएगी।
कृषि विभाग ने किसानों को बीज की खरीद पर अनुदान देने का निर्णय लिया है। किसानों को इसके लिए अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। किसानों को अनुदान की राशि उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी।
सरसों/राई की खेती पर जोर
कृषि विभाग के आंकड़ों को मानें तो प्रत्येक वर्ष की तरह इस साल भी तेलहनी फसल में सरसों/राई की खेती पर विशेष जोर रहेगा। इस साल 3771 हेक्टेयर में सरसोंं की खेती होगी। इसके अलावा 736 हेक्टेयर में तीसी की खेती तथा 41 हेक्टेयर में सूर्यमुखी की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
कहां कितने हेक्टेयर में होगी सरसों व तीसी की खेती (हेक्टेयर में)
प्रखंड – सरसों – तीसी
बैकुंठपुर 354.54 69.21
सिधवलिया 209.51 40.89
बरौली 370.60 72.35
मांझा 322.33 62.91
गोपालगंज 257.86 50.33
थावे 177.28 34.60
कुचायकोट 499.63 97.52
हथुआ 354.56 69.21
उचकागांव 225.63 44.05
फुलवरिया 193.40 37.75
भोरे 273.98 53.43
कटेया 177.28 34.60
विजयीपुर 209.50 40.89
पंचदेवरी 145.05 28.31