नई दिल्ली: ऑटोमोबाइल डीलरों की संस्था डरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) ने देश में मार्च महीने के लिए वाहन पंजीकरण के आंकड़े जारी किए हैं। इस बार जो आंकड़े आए हैं वो काफी चौंकाने वाले हैं। देश में सात साल में पहली बार टू-व्हीलर सेगमेंट में बड़ी गिरावट आई है। टू-व्हीलर सेगमेंट का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग के लिए बड़े पैमाने पर कई तरह के कारक चुनौतियों के रूप में बने हुए हैं। फाडा के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2023 में, कुल वाहन खुदरा बिक्री में 14% का इजाफा हुआ है। ट्रैक्टरों को छोड़कर, सभी सेगमेंट में टू-व्हीलर थ्री-व्हीलर, पैसेंजर व्हीकल्स और कमर्शियल व्हीकल्स में क्रमशः 12%, 69%, 14% और 10% का इजाफा हुआ है। जबकि ट्रैक्टरों में केवल 4% की बढ़ोतरी हुई है। मार्च 2023 में सभी सेगमेंट में कुल रजिस्ट्रेशन 13.89 प्रतिशत बढ़कर 20,41,847 यूनिट्स हो गया है। जबकि मार्च 2022 में यह 17,92,802 यूनिट्स था। टू-व्हीलर ने भले ही साल-दर-साल के आधार पर इजाफा किया है, लेकिन यह पूर्व महामारी के लेवल से काफी नीचे है। यह दिखाता है कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई का बोझ बढ़ा है।
खूब बिक रहे थ्री-व्हीलर
थ्री व्हीलर सेगमेंट में खूब बिक्री हो रही है। इसने मार्च 2020 के अपने पिछले हाई लेवल को भी पार कर लिया है। थ्री-व्हीलर की रेकॉर्ड बिक्री हो रही है। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट ने 14% की बढ़ोतरी के साथ ऊपर की ओर बढ़ना जारी रखा है। इधर अमेरिकी सरकार की एजेंसियों ने लगातार तीसरे महीने अल नीनो के इस साल के अंत तक आने की संभावना को दोहराया है। इसके चलते खराब मानसून देखा जा सकता है। इससे ग्रामीण भारत की विकास की क्षमता और प्रभावित होगी।
टू-व्हीलर के खराब आंकड़े
टू-व्हीलर के आंकड़े काफी खराब रहे हैं। 15.9 मिलियन की कुल खुदरा बिक्री के साथ 2-पहिया सेगमेंट 7 साल के निचले स्तर पर आ गया है। वहीं थ्री-व्हीलर सेंगमेंट में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। यह वित्त-वर्ष 19 के पूर्व कोविड-लेवल पर वापस आ गया है। वहीं 36 लाख वाहनों की रिटेल बिक्री के साथ पीवी की बिक्री रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। ट्रैक्टरों के सेगमेंट में सबसे कम इजाफा देखा गया है। ट्रैक्टरों ने सबसे कम बढ़ोतरी दिखाई है।