- EPFO की देनदारी कैसे होगा कैलकुलेट
सरकार की तरफ से जारी ताजा FAQ में इस बारे में पूरी जानकारी दी गई है। एक बार जब ईपीएएफओ सब्सक्राइबर हायर पेंशन का विकल्प चुन लेंगे तो उस कर्मचारी के नियोक्ता EPFO की तरफ से कर्मचारी के सैलरी डिटेल से संबंधित जानकारी सौपेंगे। इसकी जांच एक फील्ड ऑफिस करेगा। - छूट पाने वाली संस्थाओं के लिए क्या विकल्प?
छूट पाने वाली संस्थाओं को पूरे पीरियड के दौरान कर्मचारी का वेज डिटेल और कर्मचारी के अंशदान को रखना होगा। ये सभी जानकारी ट्रस्ट के रेकॉर्ड में भी दर्ज होना चाहिए। - बकाये का कैलकुलेशन कैसे होगा?
बकाये का कैलकुलेशन महीने के आधार पर होगा। 15 हजार की सीलिंग से ज्यादा बेसिक सैलरी जिस दिन हुई उस दिन से एरियर की गणना मूल बेसिक सैलरी के आधार पर की जाएगी। मूल बेसिक सैलरी के 8.33% का भुगतान नियोक्ता को करना होगा। - बेसिक वेज 15 हजार से ऊपर तो क्या होगा?
इसके अलावा अगर बेसिक वेज 15 हजार से अगर ज्यादा होगा तो नियोक्ता को अतिरिक्त 1.16% अंशदान 1 सितंबर 2014 से करना होगा। -8.33% और 1.16% अंशदान को पेंशन फंड में मौजूद राशि के साथ एडजस्ट की जाएगी। - किस तरह का ब्याज मिलेगा?
पीएफ में जमा कर्मचारी की राशि पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलेगा। EPF स्कीम 1952 के तहत ये ब्याज मिलेगा। जिन ट्रस्टों को छूट मिली हुई है, अगर हायर रेट्स घोषित होते हैं तो उनपर ये फैसला लागू होगा। - सब्सक्राइबर और पेंशनर को क्या करना चाहिए?
EPFO सब्सक्राइबर को 3 महीने के अंदर राशि जमा करनी होगी और बकाया ट्रांसफर के लिए अपनी सहमति देनी होगी। - क्या होगा अगर एक बार बकाये की गणना हो जाए?
EPFO फील्ड ऑफिस ये देखेगा कि जो बकाये की गणना की गई है उसको EPS के अकाउंट में जमा किया जा चुका है या नहीं। - बकाये की राशि जमा नहीं हुई तो क्या होगा?
अगर बकाये की राशि जमा नहीं की गई होगी तो फील्ड ऑफिस ये देखेगा कि पीएफ अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस है या नहीं। फील्ड ऑफिस सब्सक्राइबर को उसके बकाये और देनदारी के बारे में बताएगा। - सब्सक्राइबर को बकाये के बारे में कैसे बताया जाएगा?
फील्ड ऑफिस सब्सक्राइबर को नियोक्ता के जरिए ये भी बताएगा बकाये की राशि प्राप्त हो गई है या फिर उसे पीएफ से पेंशन फंड में ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए कर्मचारी का लिखित सहमति जरूरी होगी। - बची राशि सब्सक्राइबर कैसे जमा करेगा?
अगर PF अकाउंट में पर्याप्त राशि नहीं होगी तो फील्ड ऑफिस नियोक्ता के जरिए सब्सक्राइबर को बैलेंस राशि जमा करने की जानकारी देगा और बची हुई राशि जमा करने को कहेगा।