अमेरिका दूसरे देशों में आतंकवाद और अराजकता की घटनाओं को लेकर समय-समय पर अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करता आया है। इसमें यात्रा को लेकर अलग-अलग स्तर की सलाह दी जाती है। लेकिन उसके मित्र देश भी वहां लगातार हो रही शूटिंग की घटनाओं से चिंतित हैं। उनकी एडवाइजरी में यह चिंता साफ दिखाई देती है।
एडवाइजरी में कहा जाता है कि अब अमेरिका पहले से अधिक हिंसक हो गया है। हालांकि पर्यटकों को निशाना नहीं बनाया जाता। लेकिन एहतियात रखने को कहा जाता है। एडवाइजरी जारी करने वाले देशों में अमेरिका के मित्र देश ऑस्ट्रेलिया, जापान, फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन, इजरायल समेत करीब 10 देश शामिल हैं।
शूटिंग की घटनाओं में फंसने पर बचने की तरकीब सिखा रहा जापान
- ऑस्ट्रेलिया : अमेरिका जाने वालों को एक्टिव शूटर ड्रिल की सलाह दे रहा है। लोगों को बताया जाता है कि अमेरिका में हथियार रखने की छूट है। शूटिंग कहीं भी हो सकती है।
- कनाडा : अपने लोगों से कहता है कि पर्यटक निशाने पर नहीं होते, पर गलत जगह पर फंस सकते हैं। अमेरिका-मैक्सिको सीमा कार से पार करते हुए ड्रग ट्रैफिकिंग, अपराधियों से बचें।
- ब्रिटेन : शूटिंग के बारे में अपरिचित इलाकों में सावधान रहने, रात में अकेले जाने से बचने की सलाह।
- जापान : गोलीबारी में फंसने पर बचने की तरकीबें बताई जाती हैं।
- इजरायल : आतंकी वारदात को लेकर अलर्ट करता है। हालांकि यह सामान्य होती है।
- न्यूजीलैंड : नागरिको से कहता है कि जिस इलाके में जाना है, वहां की पूरी जानकारी रखें।
- फ्रांस : अमेरिका के शहरी इलाकों और कार से अगवा करने की घटनाओं को लेकर अमेरिकी जाने वाले अपने नागरिकों को आगाह करता है।
- जर्मनी : नागरिकों से कहता है कि अमेरिका में गन का इस्तेमाल ज्यादा है। ऐसे में जमावड़ों और पुलिस की झड़पों से दूर रहें।
- मैक्सिको : नागरिकों को पासपोर्ट, फोटो आईडी हमेशा साथ रखने की सलाह।
भारत ने एडवाइजरी जारी नहीं की, US इस साल 4 अलर्ट जारी कर चुका
भारत
से बड़ी संख्या में लोग अमेरिका जाते हैं। हाल के सालों में भारत ने
अमेरिका जाने वालों को खास एडवाइजरी जारी नहीं की है। दूसरी ओर, अमेरिका
अपने नागरिकों को भारत आने के दौरान सतर्क करता आया है। उसने आखिरी बार
अक्टूबर में आतंकी वारदात और अपराध को लेकर एडवाइजरी जारी की थी। तब उसने
जम्मू-कश्मीर की यात्रा से बचने की सलाह दी थी। वह इस साल 4 बार एडवाइजरी
जारी कर चुका है।