इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारत आने वाले हैं। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने बिलावल के इस फैसले की आलोचना की है। यात्रा के खिलाफ बोलते हुए फवाद चौधरी ने ट्विटर पर कहा, ‘भुट्टो की भारत यात्रा कश्मीरियों के बलिदानों का अपमान होगी।’ भुट्टो ऐसे समय में भारत आ रहे हैं जब दोनों देशों के बीच बातचीत पूरी तरह से बंद है और अब जम्मू-कश्मीर के पास ‘विशेष राज्य’ का दर्जा भी नहीं है।
‘बराबरी के आधार पर बनें संबंध’
चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि पीटीआई भारत सहित अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि पीटीआई पाकिस्तान को एक ‘कठपुतली मुल्क’ नहीं बनने देगी। ‘देशों के बीच संबंध समानता पर आधारित होने चाहिए।’ पाकिस्तानी प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि बिलावल भुट्टो जरदारी भारत के गोवा में 4-5 मई, 2023 को होने वाली एससीओ विदेश मंत्री परिषद (सीएफएम) की बैठक में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
कम हो सकती है कड़वाहट
बलूच ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के निमंत्रण पर सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ‘बैठक में हमारी भागीदारी एससीओ चार्टर और प्रक्रियाओं के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और पाकिस्तान की विदेश नीति की प्राथमिकताओं में क्षेत्र को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है।’ यह हाल के वर्षों में किसी भी पाकिस्तानी नेता का भारत का पहला उच्चस्तरीय दौरा होगा। इससे दोनों देशों के संबंधों में आई कड़वाहट के कम होने की उम्मीद है।