इंग्लैंड के उच्च सदन ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ में भारत के भगौड़े धर्मगुरु नित्यानंद की प्रतिनिधि को बुलाने पर विवाद हो गया। नित्यानंद पर भारत में अपनी अनुयायी का रेप करने और बच्चों को किडनैप करने के आरोप हैं। जिसके बाद वह देश छोड़कर भाग गया था। उसने अपना अलग द्वीप बसाने का दावा भी किया था।
ब्रिटेन में नित्यानंद की प्रतिनिधि ‘आत्मदया’ हाउस ऑफ लॉर्ड्स में हुई दिवाली पार्टी में शामिल हुई थी। उसे कंजर्वेटिव पार्टी के दो नेताओं ने पार्टी में आने का न्यौता दिया था। पार्टी में आए लोगों को जो ब्रोशर बांटे गए थे उसमें नित्यानंद की संस्था का फुल पेज विज्ञापन भी छपा हुआ था। इसके बाद पार्टी में शामिल हुए कई लोगों ने नाराजगी दिखाई थी।
चमत्कार करने का दावा करता है नित्यानंद
भारत में नित्यानंद के बड़ी संख्या में भक्त हैं। यहां वह दर्जन भर से ज्यादा मंदिर और आश्रम चलाता है। वह लोगों के सामने चमत्कार करने का दावा करता है। वह कहता है- मैं दीवारों के आर-पार देख सकता हूं, अंधे बच्चों की रोशनी वापस ला सकता हूं, गायों से बात कर सकता हूं और सूरज के उगने में देरी कर सकता हूं।
कंजर्वेटिव पार्टी के नेताओं ने दिया बुलावा
नित्यानंद की प्रतिनिधि को कंजर्वेटिव पार्टी के एमपी बॉब ब्लैकमैन और उनके साथी रामी रेंजर ने पार्टी में बुलाया था। इससे पहले ब्लैकमैन ने 2017 में हिंदू राष्ट्रवादी तपन घोष को संसद के एक कार्यक्रम में बुलाया था। तब तपन घोष ने म्यांमार में हुए मुस्लिमों के नरसंहार का बचाव कर विवाद खड़ा कर दिया था।
वहीं बिजनेसमैन रामी रेंजर ने कहा है कि उन्हें नित्यानंद और उसकी संस्था के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वे कहते हैं- मैं इस इंसान या कैलासा के बारे में नहीं जानता था। अगर मुझे पता होता तो मैं उस कार्यक्रम में शामिल ही नहीं होता।
आयोजकों ने फैसले को बताया सही
दिवाली पार्टी का आयोजन हिंदू फोरम ऑफ ब्रिटेन की सहायता से किया गया था। फोरम ने नित्यानंद के प्रतिनिधि को बुलाने को सही बताया है। फोरम ने कहा कि हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं।
लेकिन नित्यानंद की संस्था पर इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट करने वाली फ्रीलांस पत्रकार पूनम जोशी ने इसे चौंकाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि रेप के आरोपी व्यक्ति के प्रतिनिधि को संसद में बुलाना किसी भी लिहाज से सही नहीं है। यह भारत से भागे व्यक्ति की संस्था को पहचान देने जैसा है।
देश छोड़कर भाग गया था नित्यानंद
एक शिष्या ने 2010 में नित्यानंद पर रेप करने का आरोप लगाया था। 2019 में गुजरात पुलिस ने आरोप लगाया था कि उसके आश्रम में बच्चों को किडनैप करके रखा जाता है। पुलिस ने छापा मारकर दो लोगों को गिरफ्तार भी किया। आश्रम में बच्चों की पिटाई भी की जाती थी।
नित्यानंद अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को नकारता है। वह 2019 में देश छोड़कर भाग गया था। बाद में उसने ‘रिपब्लिक ऑफ कैलासा’ नाम का अपना अलग द्वीप बसाने का दावा किया था।