क्रासरः पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल की छवि धूमिल कर रहे हैं जनपद के कुछ पुलिसकर्मी व जुआ माफिया
क्रासरः जुआ के कारोबार से जुआ माफियाओं ने बनाई लाखों की संपद
बांदाः- पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने जब से बांदा जनपद का चार्ज संभाला है तब से लगातार अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाकर निरंतर कार्यवाही की जा रही है मगर कुछ थाने और चौकियों के पुलिस कर्मियों की वजह से अंकुर अग्रवाल की छवि भी धूमिल हो रही है सूत्र बाँदा जनपद के बबेरू थाना क्षेत्र में जाने माने अपराधियों व जुआ माफियाओं के साथ मिलकर बिट्टू,मनीष चाय, लल्लन करिया ने और शहर कोतवाली क्षेत्र व देहात कोतवाली में बरकत,राजकिशोर, डिंगवाही ,जमनी पुरवा में दिगम्बर बाबा,मटोंन्ध थाना क्षेत्र अंतर्गत नसीम, जैसे कई जुआ माफिया जुआ का कारोबार थाने व चौकियों की पुलिस की सांठगांठ से चला रहे है यह जुआ माफिया जनपद के थाने को पैसे में खरीदने का दम भरते है जिसकी वजह से इन जुआ माफियाओं की दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की हो रही है जिसकी वजह से जनपद में लड़ाई झगड़ा मारपीट चोरी जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है और इन जुआ माफियाओं की वजह से न जाने कितने लोग अपनी जान भी गवा बैठे हैं और कई घर भी बर्बाद हो गए हैं
जनपद में पूर्व में रहे पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के निर्देशन में कई हाफ एनकाउंटर किए गए कई बड़ी चोरी की घटनाओं का खुलासा किया गया और कई हत्याओं का खुलासा किया गया इसके साथ साथ कई बाड़े जुआ माफियाओं के ऊपर भी पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के द्वारा कार्यवाही की गई और जेल भी भेजा गया जिसके बाद कई माफियाओं के ऊपर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई मगर जब से नए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने जिले का चार्ज संभाला है तब से उन्होंने लगातार अपराधियों पर कार्रवाई की है मगर बांदा जनपद में जुआ माफियाओं के हौसले बुलंद हैं क्योंकि इन माफियाओं ने थाने और चौकी स्तर की पुलिस की सांठगांठ कर के अपने जुआ के कारोबार को बड़े पैमाने पर चालू कर दिया है जुआ खेलने के शौकीन बांदा शहर ,चित्रकूट ,नरैनी ,अतर्रा से लग्जरी कारों में सवार होकर अपनी अपनी किस्मत आजमाने पहुँचते है जहाँ लाखों रुपए की हार जीत करते है इन सभी खिलाड़ियों को जुआ खिलाने वाले माफियाओं के द्वारा इनकी पुलिस से सुरक्षा की पूरी गारंटी ली जाती है इन माफियाओं की वजह से जनपद के नवयुवक अपना भविष्य और गाँव देहात के किसान अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं जुवे में पैसा हारने के बाद और कर्जा लेने के बाद कुछ युवकों और किसानों ने तो फांसी लगाकर अपनी जान तक भी दे चुके है मगर यह जुआ माफिया पैसे के दम पर अपने आप को बचा ले जाते हैं जबकि बांदा पुलिस को जुआ खिलाने वाले माफियाओं की पूरी जानकारी है मगर कहीं ना कहीं थाने और चौकी के कुछ पुलिस वालों की वजह से पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल सहित जनपद की पूरी पुलिस को बदनामी झेलना पड़ती है अब देखना यह होगा कि इस खबर के बाद पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल इन पर किस तरीके से अपना शिकंजा करते हैं या फिर इन जुआ माफिया की वजह से लोगों का जीवन यूं ही बर्बाद होता रहेगा और जनपद में अपराध का स्तर बढ़ता रहेगा