*ग्रामीण सुदूर अंचलों तक पहुंचेगी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधा-गणेश सिंह*
*4 मोबाइल चिकित्सा वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना*
सतना ग्रामीण अंचलों के निवासियों एवं पीडित गरीबों की स्वास्थ्य सुविधाओं के दृष्टिगत सतना सांसद गणेश सिंह के प्रयास से गेल इण्डिया के सामाजिक दायित्व के तहत 4 मोबाइल चिकित्सा वाहनों की सौगात संसदीय क्षेत्र को प्राप्त हुई है। रविवार को टाउन हॉल सेमरिया चौक सतना से निःशुल्क चलित अस्पताल के शुभारंभ अवसर पर सांसद सिंह ने 4 मोबाइल चिकित्सा वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि इन मोबाइल चिकित्सा वाहनों के माध्यम से सतना और मैहर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के सुदूर अंचलों में भी अब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधायें मौके पर प्राप्त होगी। इस अवसर पर गेल इण्डिया के कार्यकारी निदेशक अनूप गुप्ता, मेडीकल कॉलेज के डीन शशिधर गर्ग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष रावेन्द्र सिंह, अरबिन्द सिंह पप्पू, विवेक अग्रवाल, मगनलाल वाल्मीक, कन्हैया पोहानी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।
सांसद गणेश सिंह ने कहा कि देश की आजादी के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं की बहुत बडी समस्या थी। देश में लगभग सभी समस्याओं पर काबू पाया गया है। अब तक 25 करोड लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। देश में सबसे बडी क्रांति और सबसे बडा काम स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुआ है। कोविड महामारी की वैक्सीन सबसे पहले भारत में बनी और दुनिया भर के अनेक देशों में भेजी गई। विश्व में अकेला भारत देश है जहां 50 करोड लोगों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गेल इण्डिया के सहयोग से 4 मोबाइल चिकित्सा वाहन मय स्टाफ की सौगात मिली है। इन चारों वाहनों के माध्यम से सुदूर अंचलों तक निःशुल्क अस्पताल की सुविधायें पहुंचेंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्य शासन के स्वास्थ्य मंत्री को धन्यवाद भी ज्ञापित किया। सांसद ने बताया कि इन चलित निःशुल्क अस्पताल में हीमोग्लोबीन, सुगर, ब्लेड प्रेशर, मलेरिया, टायफाइड, पीलिया, यूरिक एसिड, वजन नापने की मशीन, एसपीओटू की जांच सहित सभी सुविधायें उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा गेल इण्डिया लिमिटेड की सीएसआर की मद से जिला अस्पताल में उच्च चिकित्सा उन्नयन के लिए उपकरणों एवं संसाधनों को भी उपलब्ध कराया जायेगा। सांसद ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। आज पूरे देश में कैंसर के मरीज बढ रहे हैं। सरकार ने कैंसर की दवाईयों में सीमा कर में रियायत देकर इन दवाओं को सस्ता किया है। सभी जिलों में कैंसर रोगियों के लिए डे केयर की यूनिट भी स्थापित की जायेगी। जिला चिकित्सालय में 100 बेड का क्रिटिकल यूनिट भी स्थापित किया जायेगा। जहां आकस्मिक चिकित्सा उपलब्ध होगी।
सांसद ने बताया कि कोरोना महामारी के समय सतना जिले में वर्ष 2019 से मोबाइल यूनिट का एक चलित अस्पताल लगातार संचालित किया जा रहा है। इसके माध्यम से अब तक ग्रामीण और सुदूर अंचलों के 1 लाख 88 हजार 385 मरीजों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई है। इस चलित वाहन द्वारा जिले के कुल 2058 गांवों को कवर किया है। जिनमें वर्ष 2019 में 39 हजार 468, वर्ष 2020 में 38 हजार 416, वर्ष 2021 में 48 हजार 549, वर्ष 2022 में 25 हजार 322, वर्ष 2023 में 14 हजार 220, वर्ष 2024 में 18 हजार 500 और वर्ष 2025 में फरवरी तक 3 हजार 510 मरीजों को मोबाइल यूनिट द्वारा चिकित्सा लाभ दिया गया है।
कार्यकारी निदेशक गेल इण्डिया अनूप गुप्ता ने कहा कि सीएसआर के माध्यम से सांसद सतना श्री गणेश सिंह की पहल पर पहली बार किसी एक जिले को 4 मोबाइल चिकित्सा वैन दी गई है। इनमें 35 लाख प्रति वैन के मान से लगभग सवा करोड रूपये का खर्च गेल इण्डिया प्रति वर्ष वहन करेंगी। मोबाइल चिकित्सा वाहन में प्राइमरी हेल्थ सेंटर के रूप में क्वालिफाई डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट और वाहन ड्राइवर तथा ईधन का खर्च गेल इण्डिया उठाएगी। उन्होंने बताया कि यह चारों मोबाइल चिकित्सा वाहन निर्धारित रोस्टर के अनुसार गांव-गांव पहुंचकर मौके पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायेंगे। मेडीकल कॉलेज सतना के डीन शशिधर गर्ग ने कहा कि किसी जिले में चार चिकित्सा वाहन मिलना बहुत बडी सौगात है। इससे स्वास्थ्य सुविधाओं को गैप को दूर करने में बहुत सफलता मिलेगी। चिकित्सा वाहन के लिए ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण का सात दिवसीय रोस्टर तैयार किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी ने कहा कि यह चिकित्सा एम्बुलेंस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में कार्य करेगी और इन चलित वाहनों से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधायें और क्वालिफाईड डॉक्टर गांव-गांव पहुंचेंगे। इस मौके पर विवेक अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित किया।





