नई दिल्ली: अप्रैल का महीना बीतने को है। दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में इस वक्त अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। कई राज्यों में तो यह 41 डिग्री तक पहुंच चुका है। हालांकि छिटपुट बारिश ने गर्मी के तेवर पर ब्रेक जरूर लगाया है। अगले कुछ दिन लोगों को हीटवेव का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं विश्व मौसम संगठन यानी WMO के मुताबिक मई का महीना तपने वाला है। मई के महीने में पारा बढ़ने की वजह अल नीनो को बताया जा रहा है। इसके चलते मॉनसून पर भी प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि मॉनसून में बदलाव की संभावना से भी विश्व मौसम संगठन ने इंकार नहीं किया है।
विश्व मौसम संगठन ने अपनी भविष्यवाणी में बताया कि इस बार मई के महीने में गर्मी ज्यादा पड़ेगी। इसके पीछे सीधा कारण अल नीनो इफेक्ट है। कहा यह भी जा रहा है कि अल नीनो के चलते मॉनसून पर भी असर पड़ेगा। हालांकि माना यह भी जा रहा है कि मॉनसून में इस बार बारिश अच्छी होगी। मौसम संगठन ने कहा कि मई में अल नीनो को असर के चलते दक्षिण-पश्चिम मॉनसून भी प्रभावित होगा। देश में 70 फीसदी सिंचाई मॉनसून पर ही निर्भर करती है। ऐसे में अगर मॉनसून भी प्रभावित हुआ तो किसानों के लिए मुश्किलात हो सकती है। भयंकर गर्मी दिल्ली सहित कई राज्यों में पड़ सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज की एक स्टडी के अनुसार, इस बार भारत में 90 फीसदी हिस्सा भयानक गर्मी झेलने वाला है। हीटवेव भी तगड़ी पड़ने वाली है।
दिल्ली में आने वाले 7 दिन हालांकि राहत देने वाला है। इस दौरान अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 से 22 डिग्री के बीच रह सकता है। दिल्ली मौसम विभाग के मुताबिक, 25 अप्रैल से 1 मई के बीच आसमान में बादल छाने के अलावा गरज-चमक के साथ हल्की बारिश के भी आसार हैं। दिल्ली में हालांकि पिछले दिनों और मार्च-अप्रैल के महीने में कुछ ही दिन ऐसे आए हैं जब गर्मी ने अपने तेवर दिखाए हैं। बाकी दिन इतनी तेज गर्मी नहीं रही।
मई में भले भीषण गर्मी के तेवर देखने को मिलेंगे लेकिन अप्रैल के बाकी बचे दिनों में हीटवेव की संभावना नहीं है। वहीं अच्छी बात यह है कि देश के कई राज्यों में बारिश के आसार हैं। स्काईमेट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और केरल में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों में पर तेज बारिश के भी आसार हैं।