मथुरा: चार माह से सोए देव गुरुवार को देवोत्थान एकादशी पर जागेंगे। इसके साथ शहनाई गूंजने लगेंगी और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। घर-घर में विधि-विधान से पूजन कर देव जगाए जाएंगे। नवंबर में शादी के छह और दिसंबर में सात शुभ मुुहूर्त हैं।
29 जून को श्रीहरि विष्णु योग निंद्रा में चले गए थे, इसी के साथ चातुर्मास शुरू हो गया। इस बार सावन अधिक मास के कारण चातुर्मास चार की जगह पांच माह का था। गुरुवार को चातुर्मास की अवधि पूरी हो रही है। इसी दिन श्री हरि फिर योग निंद्रा से बाहर आएंगे। 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक खरमास में विवाह बंद रहेंगे।
होटल और मैरिज होम शादी के लिए सजने लगे हैं। ब्यूटी पार्लर फुल हो चुके हैं। गुरुवार से शहनाई की धुन सुनाई देने लगेगी। सड़कों पर बाराती नाचते दिखेंगे। घर-घर में पूजन कर देव जगाए जाएंगे। ज्योतिषाचार्य अजय तैलंग ने बताया कि देवोत्थान एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। शादी भी शुरू हो जाएंगी।
यह हैं शुभ मुहूर्त
नवंबर: 23, 24, 25, 27, 28, 29
दिसंबर- 5, 6, 7 8, 9, 11, 15