लीमा: पेरू में सोने की खदानों के बारे में तो सबको मालूम है लेकिन अब इसकी एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से ली गई एक बेहद खूबसूरत तस्वीर इस समय चर्चा का विषय है। पेरू के अमेजन के घने जंगलों के ऊपर सोने की चमकदार किरणों को देखा जा सकता है। इस फोटोग्राफ को लो अर्थ ऑर्बिट से लिया गया है। यह तस्वीर खूबसूरत होने के साथ ही साथ एक धरती की एक बड़ी समस्या की तरफ भी ध्यान दिलाती है। इस समस्या के आने के बाद वैज्ञानिकों को बड़ी चिंता भी हो रही है।
साल 2020 में ली गई तस्वीर
बताया जा रहा है कि यह फोटोग्राफ दरअसल 24 दिसंबर 2020 की है। आईएसएस पर एक अंतरिक्ष यात्री ने क्रिसमस से पहले पूर्वी पेरू सोने से भरे गड्ढों की यह तस्वीर ली। नासा की अर्थ ऑब्जर्वेटरी की मानें तो जिन्हें गड्ढा समझा जा रहा है वह दरअसल भरे हुए पानी के ऐसे बेसिन हैं जिनमें सिर्फ कीचड़ है और आसपास कोई भी पेड़-पौधे नहीं हैं। इस फोटो के बायीं तरफ कीड़े की नजर आती इनमबारी नदी और तम्बोपता नेशनल रिजर्व हैं जो कानूनी रूप से खनन से सुरक्षित हैं। फोटो के दायीं तरफ भी बादलों के नीचे इसी तरह की स्थिति नजर आती है। यह फोटो थोड़ी सी एडीटेड है और इसे एक डिजिटल कैमरे से लिया गया था।
सोने के उत्पादन में पेरू का छठा स्थान है। लेकिन यह इसका दुर्भाग्य है कि यहां पर अवैध खनन जमकर हो रहा है। इस अवैध खनन को विनाशकारी प्रक्रियाओं के तहत अंजाम दिया जा रहा है। इन प्रक्रियाओं की वजह से पर्यावरण और अमेजन के समुदाय तबाह हो रहे हैं। हाल के कुछ सालों में वर्षों में, पेरू के माद्रे डी डिओस में अवैध खनन की वजह से काफी परेशानियां पैदा हुई हैं। यहां पर आधुनिक समय में सोने के भंडार की वजह से ऐसे शहर पैदा हो गए हैं जो अस्थायी हैं। यहां पर सोने के अलावा दूसरी धातुओं का जमकर दोहन हो रहा है। बड़े स्तर पर पेड़ों को काटा गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पेड़ों की कटाई की वजह से न्यूयॉर्क शहर के बराबर वाले हिस्से में गंदे पानी की बाढ़ सी आ गई है।
पारा जो सबसे जहरीला होता है और उसका साथी मिथाइलमेरकरी भी यहां पर मौजूद है और इसी वजह से वैज्ञानिक काफी चिंतित हैं। सोने के खनिक कभी-कभी अपने सोने के अयस्क को मिट्टी और बाकी तत्वों से अलग करने के लिए पारे का उपयोग करते हैं। जिस समय ये पारे का प्रयोग करते हैं जरा भी सावधानियां नहीं बरतते हैं। पारा, जो खुद काफी जहरीला है, इस वजह से बाकी जहरीले तत्वों के साथ तालाबों में बहने लगता है। फिर यह माइक्रोबियल प्रक्रियाओं के माध्यम से सुपर-टॉक्सिक रासायनिक मिथाइलमेरकरी में बदल जाता है।
यह पेरू और दक्षिण अमेरिका के दूसरे हिस्सों में बड़ी समस्या बन गई है। पारा के जहर और अवैध सोने के खनन के अलावा अमेजन के समुदाय भी सोने की वजह से अपनी ही जमीन पर अतिक्रमण से होने वाली हिंसा के गुलाम हैं। साल 1990 के दशक की शुरुआत में, खनिकों के एक समूह ने ब्राजील के हक्सिमू गांव में प्रवेश किया और एक बच्चे सहित 16 यानोमामी लोगों की हत्या कर दी। इसमें पांच खनिकों को नरसंहार का दोषी पाया गया। अभी हाल ही में 2020 में, उत्तरी ब्राजील में सोने की खदानों के साथ टकराव के बाद दो यानोमामी लोगों की मौत हो गई थी।