नई दिल्ली : जबरदस्त बिकवाली के बीच अडानी ग्रुप (Adani Group) निवेशकों का विश्वास जीतने की पूरी कोशिश कर रहा है। अडानी ग्रुप पर आरोप लगते रहे हैं कि इस पर भारी-भरकम कर्ज है। ग्रुप ने अपनी कंपनी के शेयरों पर भी लोन ले रखे हैं। अडानी ग्रुप ऐसे लोन का प्री-पेमेंट या पुनर्भुगतान करने की योजना बना रहा है। अडानी ग्रुप की योजना इस साल मार्च के आखिर तक 690 से 790 मिलियन डॉलर (65 अरब रुपये तक) के लोन का प्री-पेमेंट करने की है। यह लोन ग्रुप ने अपनी कंपनियों के शेयरों पर लिया हुआ है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने यह बात कही है।
हांगकांग में बांडहोल्डर्स के सामने रखे थे प्लान
अडानी ग्रीन एनर्जी की 800 मिलियन डॉलर से उसके 2024 बॉन्ड को रिफाइनेंस करने की भी योजना है। नाम ना बताने की शर्त पर एक सोर्स ने यह बात कही है। इन योजनाओं को अडानी ग्रुप के मैनेजमेंट ने मंगलवार को हांगकांग में ग्रुप के बांडहोल्डर्स के सामने रखा है।
हो चुका 150 अरब डॉलर का नुकसान
यूएस शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि अडानी ग्रुप की कंपनियां 85 फीसदी ओवरवैल्यूड हैं। साथ ही ग्रुप द्वारा शेयरों में हेरफेर करने की बात भी कही गई थी। इसके बाद से अडानी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण करीब 150 अरब डॉलर घट गया है। हलांकि, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से नकारा है।
ग्रुप ने किया था रिफाइनेंसिंग प्लान का खुलासा
अडानी ने इस महीने की शुरुआत में निवेशकों की चिंताएं दूर करने के लिए बांडहोल्डर्स के साथ एक बैठक की थी। इसमें ग्रुप के अधिकारियों ने अपनी कुछ यूनिट्स में रिफाइनेंसिंग प्लान्स का खुलासा किया था। साथ ही शेयरों पर लिए गए सभी लोन्स के प्री-पेमेंट की योजना बनाई थीं।