मानवता व समरसता का लिया संकल्प
ललितपुर। संत शिरोमणि रविदासजी की जयंती पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग, मरीज और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संत रविदासजी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना और समाज में समरसता व भाईचारे को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट डा.सौरभ देवलिया ने कहा कि संत रविदासजी ने समानता, मानवता और प्रेम का जो संदेश दिया, वह हर युग में प्रासंगिक रहेगा। हमें उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात कर एक समतामूलक समाज की स्थापना करनी चाहिए। इस अवसर पर संत रविदासजी के अमूल्य दोहों में से एक का उल्लेख किया गया। ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिले सबन को अन्न। छोट-बड़ो सब सम बसें, रविदास रहे प्रसन्न। अर्थ, मैं ऐसा राज्य चाहता हूँ, जहाँ हर व्यक्ति को भोजन मिले। जहां ऊँच-नीच का भेदभाव न हो और सभी समानता के साथ रहें, तभी समाज में सच्ची खुशहाली आ सकती है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने संत रविदासजी के विचारों को अपनाने और समाज में सहयोग की भावना को बढ़ावा देने की प्रतिज्ञा ली। मां गोमती फिजियोथैरेपी एवं रिहैबिलिटेशन सेंटर के समस्त स्टाफ ने भी इस कार्यक्रम में विशेष योगदान दिया। समापन में प्रसाद वितरण और आपसी संवाद के साथ हुआ, जहां सभी ने मिलकर संत रविदासजी के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।




