अयोध्या। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में कदम- कदम पर प्रयागराज के कुंभ की छाप दिखेगी। बागबिजेसी की जिस 50 एकड़ भूमि पर अतिथियों व भक्तों के आवास की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है, वहां टेंट सिटी को आकार देने का कार्य कुंभ में टेंट सिटी बसा चुकी फर्म के हवाले है।
यहां तीर्थ क्षेत्र पुरम में छह नगर विकसित किए जांएगे, जिसमें दो संतों के लिए तथा चार अन्य भक्तों के लिए होंगे। यहां ध्वनि विस्तारक का जिम्मा कुंभ में कार्य करने वाली आशा कंपनी के पास है। इस परिक्षेत्र में चार सबमर्सिबल पंप लगाए जा रहे हैं, जिनसे पानी की आपूर्ति होगी। दो बिजली के कनेक्शन लिये जाएंगे, जिसमें पहला तीन सौ किलोवाट तथा दूसरा 63 किलोवाट का है।
इस नगर की सुरक्षा के लिए पांच फीट की बाउंड्री बनाई जा रही है। कई सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। चौड़ी सड़कें होंगी। अस्थाई चिकित्सालय व चिकित्सकों के कक्ष भी होंगे। लंबे लंबे टीन शेड निर्मित होंगे। मणिरामदास जी की छावनी, कारसेवकपुरम सहित कुछ अन्य स्थानों पर अस्थाई आवासीय योजना विस्तार ले रही है। यहां कुल 20-25 हजार भक्तों को ठहराने की योजना बनाई जा रही है।
विहिप के शीर्ष नेताओं ने की तैयारी की समीक्षा
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट दिन रात प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी कर रहा है। मंदिर निर्माण समिति से लेकर प्राण प्रतिष्ठा समिति की अब हर पखवारे में बैठक हो रही है। व्यवस्था से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि तैयारी की समीक्षा के लिए विहिप के अखिल भारतीय संगठन महामंत्री विनायक राव देशपांडे, केंद्रीय मंत्री कोटेश्वर शर्मा यहां पहुंचे। दोनों ने ही प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी की समीक्षा की। आवासीय व अन्य प्रमुख व्यवस्थाओं को परखा।