ग्रेटर नोएडा: यूपी के ग्रेटर नोएडा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक नानी ने चंद रुपयों के लिए अपने ही नाती का सौदा कर डाला और दो लाख में उसे बेच दिया. अब जब 8 महीने बाद पुलिस ने इस मामले का खुलाया किया है तो होश उड़ गए हैं कि आखिर एक नानी अपने ही नाती का सौदा कैसे कर सकती है. पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें कि नोएडा पुलिस ने मंगलवार को एक शिशु को बरामद किया जो आठ महीने पहले लापता हो गया था, जिसे कथित तौर पर चोरी कर हापुड़ में एक निःसंतान व्यक्ति को ‘बेच दिया गया’ था. पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बच्चे की चोरी, बिक्री और खरीद में कथित संलिप्तता के लिए एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या है पूरा मामला?
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (मध्य नोएडा) हृदेश कठेरिया ने बताया कि बिसरख क्षेत्र के शाहबेरी में रहने वाली शिकायतकर्ता शिवांगी ने मई 2023 में अपने एक महीने के बेटे के लापता होने के बाद गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. बताते चले कि शिवांगी की गर्भवास्था में देखभाल के लिए उसकी मां अप्रैल महीने में शाहबेरी उसके पास आई थी. इसी दौरान शिवांगी को बेटा हुआ था. शिकायतकर्ता शिवांगी ने अपने आवेदन में बताया था कि वह और उसके पति अपने बच्चे को मां के पास छोड़कर दवा लेने गए थे. इसी दौरान मौका पाकर बबीता उसके एक माह के बच्चे को लेकर फरार हो गई, जिसके बाद पुलिस लगातार गुमशुदा बच्चे की तलाश कर रही थी. बाद में पुलिस ने बबीता को 30 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बबीता ने पुलिस को बताया कि उसने शिवांगी के बच्चे को जमुना नाम की महिला के माध्यम से एक दंपत्ति को बेचा है. यह सौदा 2 लाख में किया गया था.
पुलिस ने बताई पूरी कहानी
डीसीपी हृदेश कठेरिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अमरवीर का कोई संतान नहीं थी, इसलिए उसे बेटे की जरूरत थी. उसने यह बात डॉक्टर दीपक को को बताई और दीपक ने जमुना से यह बात बताई. जिसके बाद जमुना ने बबीता से संपर्क किया. जब बबीता ने आश्वस्त किया तो डॉक्टर ने अमरवीर से दो लाख रुपये लिए और बच्चा दे दिया. इस तरह डॉक्टर ने खुद एक लाख रुपये रखे और जमुना, बबीता को 50 हजार रुपये दिए गए. अब पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.