नई दिल्ली। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगतार खराब होती जा रही है। आज भी दिल्ली की हवा काफी प्रदूषित है।
रविवार को सुबह 6 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, आया नगर में 464 और जहांगीरपुरी में वायु की गुणवत्ता 464 रिकॉर्ड की गई है। द्वारका में AQI 486 और IGI एयरपोर्ट पर 480 दर्ज किया गया है।
दिल्ली बनी गैस चैंबर
गैस चैंबर बनी राजधानी में शनिवार को प्रदूषण के स्तर में आंशिक सुधार हुआ, लेकिन सांसों पर आफत बरकरार है। प्रदूषक तत्वों की वजह से आंखों में जलन और सांस लेने में हो रही तकलीफ से लोग परेशान रहे।
पड़ोसी राज्यों से पराली का धुआं पहुंचने और वातावरण में धूल के कारण दिल्ली पूरे दिन स्माग के चादर में पूरा दिन लिपटी रही। इस वजह एनसीआर के ज्यादातर शहरों में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में ही रही।
गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में 394 रही।
दिल्ली में लागू हो सकता है आड-इवेन
दिल्ली में वाहनों को लेकर आड इवेन लागू हो सकता है। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रदूषण का बढ़ना नहीं रुका तो इस बारे में विचार किया जाएगा। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, हम उन सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं, जिनसे प्रदूषण रोका जा सके। इसमें आड-इवेन भी शामिल है।
दिल्ली ने आपात बैठक बुलाने की उठाई मांगदिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को केंद्र सरकार से वाहन प्रदूषण से निपटने के लिए एनसीआर में केवल सीएनजी, इलेक्टि्रक और बीएस-6 अनुपालक वाहनों को अनुमति देने का आग्रह किया।
बढ़ते प्रदूषण पर आपातकालीन बैठक जरूरी
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को लिखे पत्र में उन्होंने दीपावली और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में संभावित गिरावट को लेकर चिंता व्यक्त की। कहा कि इसलिए इस मुद्दे के समाधान के लिए एनसीआर के राज्यों के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाई जानी चाहिए। राय ने पड़ोसी राज्य यूपी के मुख्यमंत्री से राष्ट्रीय राजधानी में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों की सेवाओं को रोकने की अपील की है।