इटावा। वैशाली एक्सप्रेस के कोच एस-6 में सबसे पहले धुआं उठने को गार्ड योगेश्वर दत्त ने देखा था। उसने ट्रेन में चल रहे आरपीएफ के स्कार्ट को जानकारी दी उसके बाद इटावा जंक्शन के अधीक्षक को मामले की जानकारी दी गई।
कंट्रोल को जानकारी देने के बाद ट्रेन को रोक दिया गया और अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए। ट्रेन जिस स्थान पर रुकी वहां पर राहतपुरा गांव व शिवा कालोनी के लोग भी शोर मचने पर जाग गए थे। वह लोग भी बाहर निकल आए। कुछ मकानों में सबमर्सिबल पंप लगे हुए थे।
लोगों ने उसके पाइप को बाहर निकालकर पंप से ही शौचालय में लगी आग को बुझाना शुरू कर दिया। करीब 15 मिनट बाद एएसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह फायर ब्रिगेड लेकर मौके पर पहुंच गए और उन्होंने फटाफट आग पर काबू पा लिया। इसी बीच सभी यात्री इमरजेंसी गेट व दूसरे गेटों से कूदकर बाहर निकल आए।
वैशाली एक्सप्रेस में आग लगने के बाद खाली पड़ा एस-6 कोच।
इसी में कुछ लोगों के चोटें भी आयीं। कुछ लोग डिब्बे में धुआं भर जाने के कारण परेशान भी हो गए। एक यात्री बेहोश भी हो गया। अफरा-तफरी का माहौल काफी देर तक बना रहा। लोग भागकर कोच से निकलकर लाइन के किनारे खड़े हो गए।
थोड़ी ही देर में आग पर काबू पा लिया गया। उसके बाद एसएसपी संजय कुमार वर्मा भी मौके पर पहुंच गए थे। रेलवे कंट्रोल ने एस-6 कोच को अलग कर ट्रेन को इटावा जंक्शन पर लाने का निर्देश दिया। यहां पर गुरुवार को तड़के 3:30 बजे लाया गया।
यहां पर रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों को चाय, बिस्कुट व पानी का इंतजाम किया गया था। 24 डिब्बे की पूरी ट्रेन की चेकिंग भी की गई उसके बाद करीब सवा छह बजे ट्रेन को कानपुर के लिए रवाना किया गया।