यरुशलम। मध्यस्थों और हमास की सैन्य शाखा के अनुसार शुक्रवार सुबह सात बजे से गाजा पट्टी में युद्धविराम लागू हो जाएगा। युद्धविराम के लिए हुए समझौते में कई बिन्दु इजरायल की कमजोरी और हमास की मजबूती दर्शाने वाले हैं। इनमें से एक है कि गाजा में संघर्षविराम के दौरान इजरायली सुरक्षा बल किसी को रोकेंगे या टोकेंगे नहीं। वे सड़क पर घूमने वाले किसी भी व्यक्ति पर न हमला करेंगे और न ही उसे गिरफ्तार करेंगे। इससे साफ है कि अगर सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला करने वाला आतंकी भी सामने होगा तो उस पर कार्रवाई का इजरायली सुरक्षा बलों को अधिकार नहीं होगा।
सैनिकों का आवागमन
संघर्षविराम के दौरान इजरायल गाजा पट्टी में नई सैन्य तैनाती या सैनिकों का आवागमन-गश्त इत्यादि नहीं होगी। हमास जिन इजरायली बंधकों को छोड़ेगा उनमें शामिल पुरुष 19 वर्ष से कम आयु के होंगे। जबकि इजरायल जिन कैदियों को रिहा करेगा, उनमें शामिल पुरुष 17 वर्ष से कम आयु के होंगे।
50 इजरायली बंधकों के बदले 150 फलस्तीनी की रिहाई
समझौते के अनुसार, 50 इजरायली बंधकों के बदले कम से कम 150 फलस्तीनी कैदी छोड़े जाएंगे। मतलब, एक इजरायली के बदले तीन फलस्तीनी छोड़े जाएंगे। इजरायली जेलों से रिहा होने वाले फलस्तीनी मामूली अपराधों में आरोपित होंगे। इनकी रिहाई के दौरान जेल के भीतर या बाहर किसी तरह के जश्न को सख्ती से रोकने का इजरायल सरकार ने निर्देश दिया है।
प्रतिदिन 200 ट्रक राहत सामग्री
मिस्त्र ने मध्यस्थ की भूमिका जताते हुए छोड़े जाने वाले बंधकों और कैदियों के नामों की सूची सार्वजनिक की है। हमास द्वारा बंधक बनाए गए 240 लोगों में करीब 40 देशों के नागरिक हैं। इनमें से ज्यादातर के पास इजरायल की भी नागरिकता है। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने बताया है कि संघर्षविराम के दौरान प्रतिदिन 200 ट्रक राहत सामग्री और चार टैंकर डीजल-पेट्रोल गाजा में भेजा जाएगा।
ऑपरेशन रूम तैयार
संघर्षविराम की प्रगति पर नजर रखने के लिए कतर की राजधानी दोहा में ऑपरेशन रूम कार्य करेगा। यह आपरेशन रूम इजरायल सरकार, हमास के राजनीतिक कार्यालय और रेडक्रास के सीधे संपर्क में रहेगा। संघर्षविराम के दौरान दक्षिणी गाजा के आकाश में इजरायली लड़ाकू विमान और ड्रोन नहीं उड़ेंगे जबकि उत्तरी गाजा के आकाश में दिन में दस बजे से चार बजे तक इजरायली ड्रोन उड़ सकेंगे।