नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अपने बयान को लेकर घिर गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘जहरीले सांप’ से करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस अध्यक्ष से बयान के लिए माफी की मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रति विपक्षी दल की ‘नफरत सामने आ रही है’। उन्होंने खरगे के इस स्पष्टीकरण को भी खारिज कर दिया कि वह भाजपा की विचारधारा की तुलना जहरीले सांप से कर रहे थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने उनके (मोदी के) खिलाफ नहीं बोला, क्योंकि मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं कभी निजी टिप्पणियां नहीं करता।’
एक अन्य केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि जैसे-जैसे कांग्रेस की हताशा बढ़ रही है, मोदी के लिए उनकी ‘झूठ और गालियां’ बढ़ती जा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘वरिष्ठ कांग्रेस नेता खरगे को प्रधानमंत्री मोदी को अपशब्द कहते हुए पकड़े जाने के बाद बेशर्मी से झूठ बोलते हुए देखा जा सकता है।’
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी अब ऐसी पार्टी है, जहां नीचे से ऊपर तक के नेताओं में प्रधानमंत्री को अपशब्द कहने और ‘निरर्थक वंशवादी परिवार’ की प्रशंसा करने की होड़ लगी रहती है।
कांग्रेस नेताओं के पिछले बयान का हवाला देते हुए आईटी राज्यमंत्री ने आगे कहा, ‘अभी हाल ही में कांग्रेस के कुछ नेता हमारे प्रधानमंत्री को मृत देखना चाहते थे तो कुछ नेताओं ने उनका उपहास उड़ाया और अब खरगे ने उनके लिए अपशब्द कहे हैं।’
चंद्रशेखर कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं और वह इन दिनों राज्य में भाजपा के चुनावी अभियान में सक्रिय हैं।
उन्होंने कहा, ‘मेरी बातों को लिखकर रख लीजिए। कर्नाटक के लोग कांग्रेसी गुंडों के इस झुंड को न तो कभी भूलेंगे और न ही उन्हें क्षमा करेंगें। (वे) उन्हें वोट (भी) नहीं देंगे, जिनके द्वारा हमारे प्रधानमंत्री के लिए इस तरह अभद्र तरीके से अपशब्द का इस्तेमाल करना सामान्य बात हो गई है।’
उन्होंने आगे कहा कि इसके फलस्वरूप प्रधानमंत्री के प्रति लोगों का आदर और प्यार और बढ़ रहा है, क्योंकि वह निरंतर जनता की सेवा करते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने खरगे के इन बयानों वाले वीडियो को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा, ‘अब कांग्रेस अध्यक्ष खरगे प्रधानमंत्री मोदी को जहरीला सांप कह रहे हैं। सोनिया गांधी के ‘मौत का सौदागर’ से जो शुरू हुआ, हम जानते हैं कि कैसे समाप्त हुआ। कांग्रेस नीचे गिरती जा रही है। कांग्रेस की यह हताशा दिखाती है कि वह कर्नाटक में हारने जा रही है और (वह) यह बात जानती है।’