फिरोजाबाद। होम्योपैथिक की चिकित्सा डॉ जितेंद्र राज बताया कि मौसम परिवर्तन के चलते मरीजों की संख्या बढ़ रही है सर्दी जुकाम के साथ चर्म रोग की बीमारी भी हो रही है एलर्जी के कारण लोग काफी परेशान है होम्योपैथिक एक मात्र ऐसा उपचार है जो समय तो लेता है लेकिन निस्तारण पूर्ण रूप से करता है, एलोपैथी की अपेक्षा होम्योपैथी में काफी ऐसी दवाइयां हैं जिसका प्रभाव शीघ्र से शीघ्र मिलता है और बीमारी को जड़ से खत्म करने का प्रयास करता है, बदलते मौसम में लोगों को ठंडी गर्म चीजों का परहेज करना चाहिए अगर ठंडी खा रहे हैं तो गम ना लें और गर्म ले रहे हैं तो ठंडा ना ले, इतना ही नहीं चर्म रोग की बीमारी के लिए बचाव के लिए बताया कि पूरी बाएं के कपड़े पहने और साफ सफाई अपने आसपास के साथ शरीर की भी रखें,