अमेरिका की सेना ने रेड सी (लाल सागर) में हूती विद्रोहियों की ओर से दागे गए एक दर्जन से ज्यादा ड्रोन और कई मिसाइलों को मार गिराया है। यह जानकारी पेंटागन की ओर से गई है। हालांकि इस दौरान हूती विद्रोहियों के जहाज को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। पेंटागन के सेंट्रल कमांड की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 10 घंटे के ऑपरेशन के दौरान 12 ड्रोन, 3 एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल और दो जमीन से जमीन पर हमला करनेवाली मिसाइलों को मार गिराया।
लाल सागर से गुजरनेवाले जहाजों पर हमला
इससे पहले हूती विद्रोहियों ने गाजा के प्रति समर्थन में रेड सी में जहाजों पर मिसाइल से हमला किया था। गाजा के समर्थन में हूती विद्रोहियों ने कॉर्मशियल जहाजों को भी निशाना बनाया था जिसमें भारत के गुजरात तट की ओर जा रहा एक जहाज भी शामिल है। हूती विद्रोहियों ने सात अक्टूबर के बाद शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध के बाद इस तरह की हरकतें शुरू की है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि वे गाजा में इजरायल के आक्रमण को रोकने के लिए इजरायल का समर्थन करनेवाले हर देश के जहाज को अपना निशाना बनाएंगे।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो.बाइडेन ने उत्तरी इराक में अपने सैनिकों पर हुए हमले के बाद ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों के खिलाफ जवाबी हमले का आदेश दिया था। सोमवार को हुए हमले में अमेरिकी सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। ईरान समर्थित मिलिशिया ‘कतैब हिजबुल्ला’ और इससे संबद्ध समूहों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
अमेरिका ने ईरान को दोषी ठहराया
अमेरिकी सैनिकों पर हाल में हुआ हमला, सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले के बाद से क्षेत्र में अमेरिकी बलों के खिलाफ बढ़ती धमकियों के बाद हुआ है। अमेरिका ने इस सबके लिए ईरान को दोषी ठहराया है। अमेरिका के हजारों सैनिक अभी भी इराक में मौजूद हैं, जो इराकी बलों को प्रशिक्षण दे रहे हैं और आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से लड़ रहे हैं। अमेरिका के सैकड़ों सैनिक सीरिया में भी इस्लामिक स्टेट समूह से लड़ रहे हैं।