यक्ष प्रश्न ! शहर में कैसे ट्रैफिक व्यवस्थित तरीके चल सके ?
बाराबंकी । सड़कों पर ट्रैफिक से शहर के लोग परेशान हो गए हैं। शहर के किसी भी कोने में जाना हो, ट्रैफिक जाम से गुजरकर ही जाना पड़ता है। ट्रैफिक जाम दिनचर्या की चर्चा में शामिल हो गया है। लोग जाम से इतना ज्यादा परेशान हो चुके हैं, कि वे समस्या के समाधान की उम्मीद खोने लगे हैं। लोगों का कहना है, कि छोटे-छोटे कुछ जरुरी कदम उठा लिए जाए तो ट्रैफिक जाम से राहत मिल सकती है, लेकिन प्रशासन छोटी-छोटी व्यवस्थाएं न तो कर पाया न ही सुधार पाया है। हालांकि जाम से राहत दिलाने के लिए सड़कों के चौड़ीकरण की योजना तो बनाई गई, सुनने में आ रहा , असैनी तिराहा से रामनगर तिराहा तक फोरलेन चौड़ी तैयार की जायेगी । एक प्रश्न ! क्या सही मायने में चौड़ीकरण न होने से समस्या आज भी बनी हुई है, समय उपरांत समाधान हो जायेगी । परन्तु ऐसा नही , शहर के लोगों का कहना है, कि जाम लगने के पीछे पार्किंग, शहर के अंदर बड़ी संख्या में ऑटो चलते हैं। अधिकांश स्थानों पर दुकान का सामान बाहर रक्खा होता , देख सकते कभी भी नाका सतरिख से धनोखर रास्ते पर बरबस संकीर्ण रास्ता पर चलने पर दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है ।
किसी भी शहर की मुख्य सड़क पर अन्य वाहनों की संख्या के बराबर ही ऑटो नजर आ जाते हैं। इसकी वजह ये है कि शहर के परमिट वाले ऑटो के अलावा ग्रामीण इलाके के ऑटो भी शहर के अंदर ही चलते हैं। सवारी भरने के लिए ऑटो चालक कहीं भी ऑटो अचानक खड़ा कर देते हैं तद जिससे जाम और दुर्घटना की स्थिति बन जाती है। कभी भी राजेश्वरी पाठशाला से बनवा क्रासिंग तक वाहन रेंगते चलते फलस्वरूप स्कूल समय आने जाने में होती रहती दुश्वारिंया ! कभी यातायात पुलिस ने ध्यान नहीं दिया । ये शहर के अंदर ट्रैफिक की बड़ी समस्या हैं । अक्सर शाम को डीएम आवास के सामने की मुख्य सड़क के फुटपाथ पर मोटर साइकिल की मरम्मत करते देख सकते ।
अभी कितने साल न बीते कि पटेल तिराहे पर सिग्नल काम नहीं कर रहा है। बाकी एलआईसी तिराहे पर सिग्नल केवल दिखावा साबित हो रहे हैं। इन्हीं समस्याओं को सुलझा लेने से ट्रैफिक समस्या सुधर सकती है। लेकिन ये समस्याएं केवल यातायात पुलिस के प्रयास से सुधरने वाली नहीं है, ट्रैफिक पुलिस तथा परिवहन विभाग की सख्ती के साथ ही अन्य शासकीय विभागों से तालमेल बनाकर ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।यातायात नियमों का पालन करके सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना हम सभी का दायित्व है, क्योंकि छोटी सी भी गलती हो जाने से किसी भी प्रकार की दुर्घटना हो सकती है । यातायात के नियमों के पालन के अभाव में किसी की भी जान जा सकती है जिसका खामियाजा परिवार के लोगों को भुगतना पड़ सकता है।





