उमरिया _ आइये जानतें हैं। दरासल मामला मानपुर विधानसभा अंतर्गत जनपद पंचायत मानपुर के घघराड़,रथेली, बरबसपुर , धमोंखर एवं अन्य पंचायतों का है जहां एक तरफ शिव ट्रेडर्स का मालिक हरिचरण गुप्ता ने भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल कार्ड धारक में रहकर आज भी जीवन यापन कर रहा है।और शासन के कई योजना का लाभ ले चुका है और वर्तमान में ले भी रहा है। जैसे उचित मूल्य दुकान से राशन लाड़ली बहना योजना,गैस सिलेंडर की सब्सिडी, किसान सम्मान निधि एवं अन्य,इसके बाद भी जिला प्रशासन की आंख धूल झोंककर वर्ष 2017 से आज दिनांक तक बिना जीएसटी उपरोक्त ग्राम पंचायतों में फर्जी बिल लगाकर करोड़ों रुपए अपने स्वयं के खाते डलवाकर पर्दे के पीछे ऐशव आराम फरमा रहा है।और जनपद में बैठे अधिकारियों , उपयंत्री एवं सरपंचों के मिलीभगत से शासकीय राशि का बंदरबांट कर करोड़ों रुपए का चूना लगवा दिया गया है। हालांकि उपरोक्त संबंध की शिकायत जिले के कलेक्टर कार्यालय में कर दी गई है।अब जांच में क्या तथ्य आता है यह देखने की बात होगी।
शिव ट्रेडर्स ने फर्जी दुकान और बिना जी एस टी बिल लगाकर खेली करोड़ों की होली
घघडा़र निवासी शिव ट्रेडर्स प्रो. हरिचरण गुप्ता का ,जो कि रामपुरी उमरिया का पता डालकर कई ग्राम पंचायतों में सीमेंट राड गिट्टी ईंट रेता मुरुम का बिना जी एस टी बिल लगाकर उपरोक्त पंचायतों मे कई लाख रुपए का न्यारा ज्वारा कर राजस्व को छति पहुंचाते हुए अपना जेब भर डाला ।और सरपंचों के सह पर जनपद में बैठे आकाओं ने भी ऐसे बिल को हर समय हरी झंडी देते रहे। और शासन के खजानें को खाली करानें मे अहम् भूमिका निभाते रहे।
कहां हुआ खेला
मजे की बात यह है कि शिव ट्रेडर्स पो. हरिचरण गुप्ता ने अपने बिल में जिस जगह का पता बताया उस जगह पर केवल शटर मे शिव ट्रेडर्स और मोबाइल नंबर बस लिखा हुआ है।न कि कोई ट्रेडर्स का सामान मिलता हो, जब उपरोक्त ट्रेडर्स के बारे में रमपुरी रहवासी पड़ोसी से पूछा गया तो उसने बताया कि यह शटर कई सालों से बंद पड़ा हुआ है। और हम खुद 10 साल से देख रहें हैं।कि आज दिनांक तक कोई माल उतरते, लोड होते नहीं देखे। लेकिन अब बात करें बिना जी एस टी,बिल लगाकर सीमेंट , लोहा, गिट्टी,रेता एवं मुरूम को जिन जिन पंचायतों में बेचा है वह कहां से खरीदा.. और रेत मुरूम भी खरीदा तो किस ठेके से खरीदा, अगर खरीदा भी होगा तो उस डेट की टी पी की कापी भी रख रखा होगा।यह जांच मे ही स्पष्ट हो पायेगा।
दीपक शर्मा की रिपोर्ट उमरिया