नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बीच अचानक चर्चा बजरंग दल की होने लगी। कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को घोषणापत्र जारी किया। जिसमें उसने वादा किया है कि प्रदेश में जाति एवं धर्म के आधार पर नफरत फैलाने के लिए बजरंग दल जैसे संगठनों को बैन किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का वादा भगवान हनुमान का अपमान है। कांग्रेस की इस वादे पर पूरे देश से अलग- अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बजरंग दल को लेकर काफी चर्चा है ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इसकी स्थापना कब हुई और इस संगठन का उद्देश्य क्या है।
बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद का यूथ विंग है। बीजेपी नेता विनय कटियार इसके संस्थापक अध्यक्ष भी हैं। बजरंग दल का उद्देश्य है कि भारत से लव जिहाद, गौ हत्या और दूसरी धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को पूरी तरह से भारत से समाप्त करना। बजरंग दल अपने काम का विस्तार देने के लिए देश के मंदिरों में साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम का आयोजन भी करती है। युवाओं को शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए बजरंग दल अखाड़े और खेल प्रतियोगिता का भी आयोजन करता है।