
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा के तनाव को कम करने के उपायों पर चर्चा की। यह कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। यह पीपीसी का आठवां संस्करण है और इस साल इसमें विशेष रूप से परीक्षा से संबंधित तनाव को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
छात्रों के साथ पीएम मोदी ने लगाया पेड़
पीएम मोदी में परीक्षा पे चर्चा में शामिल हुए छात्रों के साथ सुंदर नर्सरी में पेड़ भी लगाया। पीएम मोदी ने कहा जैसे ये पेड़ लगाए है, पानी पिलाने का उपाय क्या है। उन्होंने आगे बताया कि पेड़ के बगल में एक मिट्टी का मटका लगा देना चाहिए और उसमें एक महीने में पानी डालना चाहिए। इससे पेड़ का ग्रोथ कम पानी से भी होगा।
खुद को मोटिवेट कैसे करें?
एक छात्र ने पीएम मोदी से पूछा कि उसे पेपर छूटने का डर रहता है। इस पर पीएम मोदी ने सलाह दी कि वह पिछले सालों के पेपर सॉल्व करें, इससे उसका डर खत्म हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को केवल उन सवालों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो महत्वपूर्ण हैं। खुद को मोटिवेट करने के लिए गोल्स बनाइए। उन्हें हासिल कर लेने के बाद खुद को रिवॉर्ड दें।
गलतियों से सीखें
पीएम मोदी ने कहा कि कक्षा 10 और 12 के लगभग 40-50 प्रतिशत छात्र असफल होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यही उनका अंतिम लक्ष्य है। स्कूल में या जीवन में सफलता और असफलता के बीच अंतर को समझना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि क्रिकेट खिलाड़ी दिन के अंत में अपनी गलतियों पर विचार करते हैं और उन पर काम करते हैं, छात्रों को भी यही करना चाहिए। उनके अनुसार, आपके अंक आपको नहीं, बल्कि आपके जीवन को दिखाते हैं।
टेक्नोलॉजी का सही उपयोग कैसे करें?
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को टेक्नोलॉजी के सही उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी कोई खतरनाक तूफान नहीं है जो आपको गिरा देगा। इनोवेशन आपकी भलाई के लिए हैं। टेक्नोलॉजी का सही तरीके से इस्तेमाल करें और अपने समय को बर्बाद करने वाली गतिविधियों से बचें।



