बारामती/मुंबई (महाराष्ट्र)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी जाति छिपाना नहीं चाहते हैं और उन्होंने कभी इसे माध्यम बनाकर राजनीति नहीं की है। पवार का यह बयान उन्हें अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी से संबंधित दिखाने वाला एक कथित प्रमाणपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ दिनों बाद आया है।
एनसीपी सांसद और पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने दस्तावेज को फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया। एनसीपी प्रमुख शरद पवार मराठा समुदाय से हैं, जो महाराष्ट्र की आबादी का 30 प्रतिशत से अधिक है। पवार ने कहा कि उनके मन में ओबीसी समुदाय के लिए पूरा सम्मान है, लेकिन वह उस जाति को छिपाना नहीं चाहते जिसमें उनका जन्म हुआ है।
‘पूरी दुनिया मेरी जाति को जानती है’
पवार ने कहा, “पूरी दुनिया मेरी जाति को जानती है और मैंने जाति के आधार पर अपनी राजनीति नहीं की है और न ही ऐसा करूंगा, लेकिन समुदाय के मुद्दों को हल करने के लिए मैं सब कुछ करूंगा।” मराठा समुदाय के लिए कोटा के बारे में बात करते हुए एनसीपी संस्थापक ने कहा कि आरक्षण देने की शक्ति राज्य और केंद्र सरकारों के दायरे में है।
पवार ने कहा, “पूरी दुनिया मेरी जाति को जानती है और मैंने जाति के आधार पर अपनी राजनीति नहीं की है और न ही ऐसा करूंगा, लेकिन समुदाय के मुद्दों को हल करने के लिए मैं सब कुछ करूंगा।” मराठा समुदाय के लिए कोटा के बारे में बात करते हुए एनसीपी संस्थापक ने कहा कि आरक्षण देने की शक्ति राज्य और केंद्र सरकारों के दायरे में है।
उन्होंने कहा, “मराठों के लिए आरक्षण को लेकर युवा पीढ़ी की भावना बहुत तीव्र है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, लेकिन इस मामले में निर्णय लेने की शक्ति राज्य और केंद्र के पास है।” मराठा समुदाय शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहा है। राज्य में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन देखा जा रहा है। हाल ही में कुछ स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं।