लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा कि पिछले साल एक खाड़ी देश के शासक ने उन्हें आगाह किया था कि तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा उनकी सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं।पिछले वर्ष पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व में विपक्षी दलों द्वारा संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से खान की सरकार पिछले वर्ष अप्रैल में गिर गई थी। संभावना जताई जा रही है कि इमरान खान का इशारा सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की तरफ था। इमरान खान दावा करते हैं कि प्रिंस सलमान के साथ उनके संबंध बहुत अच्छे हैं। वहीं, पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष भी सलमान को अपने आका के तौर पर देखते हैं और पाकिस्तानी राष्ट्रपति से ज्यादा उनके साथ एक मुलाकात के लिए बेचैन रहते हैं।पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान ने रविवार को पीएमएल-एन के नेतृत्व वाले गठबंधन के एक साल के प्रदर्शन पर श्वेतपत्र जारी किया और इसे देश के इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन करार दिया। इमरान खान ने दावा किया, ”पिछले साल अप्रैल में मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने से पहले, एक खाड़ी देश के शासक ने मुझसे कहा था कि मेरे सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा मेरी सरकार के खिलाफ (पीएमएल-एन और उसके सहयोगियों से) सेवा विस्तार पाने के लिए साजिश रच रहे हैं। बाजवा इस साजिश के मुख्य षड्यंत्रकर्ता थे।”
उन्होंने बाजवा की केवल अपने कार्यकाल के विस्तार के लिए पाकिस्तान को तबाह करने के लिए आलोचना की, जो उन्हें (प्रधानमंत्री) शहबाज शरीफ के वादे के बावजूद नहीं मिल सका। खान ने कहा, ”चीजों से बाद में पता चला कि मेरी सरकार को गिराने की साजिश अमेरिका ने नहीं रची थी। जनरल बाजवा ने अमेरिका में पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी को यह झूठा प्रचार करने का जिम्मा सौंपा था कि जनरल बाजवा अमेरिका समर्थक हैं और इमरान खान अमेरिका विरोधी।”
इमरान खान ने अपनी सरकार गिरने के बाद शुरूआत में अमेरिका पर उनकी सरकार गिराने में भूमिका निभाने का आरोप लगाया था। हालांकि, बाद में उन्होंने जनरल बाजवा को उस ‘षड्यंत्र’ के लिए जिम्मेदार ठहराया था जिससे उनकी सरकार गिर गई। खान ने खाड़ी के किसी नेता का नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने पिछले महीने कहा था कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अभी भी उनके संपर्क में हैं।