लंदन: ब्रिटेन ने जासूसी गुब्बारे को लेकर चीन को दो टूक चेतावनी दी है। ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा है कि अगर चीनी जासूसी गुब्बार ब्रिटेन में घुसा तो उसे पलक झपकते मार गिराया जाएगा। इसी महीने 5 फरवरी को अमेरिका ने एक चीनी जासूसी गुब्बारे को दक्षिण कैरोलिना के पास समुद्र में मार गिराया था। अमेरिका ने दावा किया था कि चीन इस गुब्बारे के जरिए संवेदनशील जगहों की जासूसी कर रहा था। चीन ने अमेरिका के इस कदम को गैरजरूरी और उकसाने वाला बताया और कहा कि हम अपने हितों की रक्षा करने के लिए स्वतंत्र हैं।
वालेस बोले- खुफिया जानकारी जुटाने के बार मार गिराएंगे
इटली के दो दिवसीय दौरे पर रोम पहुंचे ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा है कि यदि एक चीनी जासूसी गुब्बारा ब्रिटेन के ऊपर उड़ाया गया, तो उसे मार गिराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरी सिफारिश होगी कि इसे सबसे उपयुक्त समय पर मार गिराया जाए, जब हम इससे सबसे उपयुक्त स्तर की खुफिया जानकारी हासिल कर लें। उन्होंने कहा कि आसमान में ऐसे जासूसी गुब्बारों का उड़ान असामान्य घटना है। चीन ने ऐसा वर्षों तक किया है। वालेस ने कहा कि क्या चीनी गुब्बारे ने ब्रिटेन की परिक्रमा की है और हम पर निगरानी रखी है तो मेरा जवाब होगा हां, उन्होंने ऐसा किया है।
दक्षिण अमेरिका के दो देशों के ऊपर दिखा चीनी गुब्बारा
पिछले महीने अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के दो देशों के ऊपर चीन के दो सफेद रंग के गुब्बारे देखे गए थे। अमेरिका ने छह फरवरी को दक्षिण कैरोलिना के समुद्र तट के पास अपने एफ-22 रैप्टर से चीनी गुब्बारे को मार गिराया था। अमेरिकी रक्षा विभाग ने बताया कि इस चीनी गुब्बारे ने देश भर की जासूसी की थी, जिसमें मोंटाना भी शामिल है। यहां माल्मस्ट्रॉम एयरफोर्स बेस में अमेरिका के तीन परमाणु मिसाइल साइलों वाले क्षेत्रों में से एक है। वहीं, चीन ने बार-बार जोर देकर कहा है कि यह एयरशिप नागरिक उपयोग के लिए है और हवा के बहाव के कारण अमेरिका में प्रवेश कर गया था। चीन का दावा था कि यह पूरी तरह से एक दुर्घटना थी।
कोलंबिया और कोस्टा रिका ने दी जानकारी
दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया और कोस्टा रिका की वायु सेनाओं ने बताया कि उन्होंने एक सफेद रंग के गुब्बारे को ट्रैक किया है। कोलंबियाई वायु सेना ने चीनी गुब्बारे पर अंत तक नजर बाए रखी। वहीं कोस्टा रिका के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने भी कहा कि उसने चीनी गुब्बारे को देखा था। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने दावा किया था कि इस गुब्बारे में दिशा बदलने की क्षमता सीमित है। इस कारण ये दिशा भटककर दूसरे दूसरे देशों के ऊपर जा पहुंचे थे।