नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। सर्दी से बचने के लिए कोई अंगीठी का सहारा ले रहा है तो बहुत से लोग हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन, इनके इस्तेमाल में जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम में सामने आया है। जहां कुछ लोग बंद कमरे में अंगीठी जला कर सोए थे, लेकिन इससे निकलने वाली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि कभी भी बंद कमरे में अंगीठी नहीं जलानी चाहिए, क्योंकि आग की वजह से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड जानलेवा हो सकती है।
अंगीठी से निकलती है जहरीली गैस
डॉक्टर अनिल बंसल का कहना है कि सर्दी से बचने के लिए अगर आप अंगीठी जलाते हैं, इसके लिए कोयला या लकड़ी का इस्तेमाल करते हैं तो अलर्ट रहें। अंगीठी के अलाव से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है, जो जहरीली होती है, इससे जान जा सकती है। खासकर जब कोई बंद कमरे में इसका इस्तेमाल करता है तो कमरे के अंदर ऑक्सिजन खत्म हो जाती है और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। सोया हुआ व्यक्ति जब सांस लेता है तो ऑक्सिजन की जगह कार्बन मोनोऑक्साइड ही शरीर में जाती है, जिससे दिमाग पर असर होता है और इंसान बेहोश हो जाता है। यही नहीं सांस के जरिए यह जहरीली गैस लंग्स और शरीर के बाकी हिस्सों में पहुंच हाती है। ब्लड में हीमोग्लोबीन की मात्रा कम हो जाती है और इंसान की मौत हो जाती है।