मुंबई: पहले ऐसा विदेशों में खूब होता था। अब भारत में भी होने लगा है। हर क्षेत्र में खूब इनोवेशन (Innovation) हो रहा है। दुनिया भर की कंपनियां इनोवेशनंस पर जोर दे रही हैं। इससे चीजें बेहतर हो रही हैं। आप भी इनोवेशन का लाभ ले सकते हैं, एक निवेशक के रूप में। आपके पास इनोवेशन की क्षमता का लाभ उठाने और इनोवेशन का सहारा लेकर आगे बढ़ने वाली कंपनियों को टैप करके अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने का अवसर है। इसी थीम पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने एक इनोवेशन फंड का एनएफओ लॉन्च किया है। यह निवेश के लिए खुल चुका है। इसमें आगामी 24 अप्रैल तक निवेश किया जा सकेगा।
इनोवेटिव कंपनियां ज्यादा ग्रोथ करती हैं
इतिहास गवाह है कि नए आविष्कार करने वाली कंपनियां बेहतर प्रदर्शन करती हैं। क्योंकि वे इनोवेशन के माध्यम से ऑर्गैनिक ग्रोथ के मामले में बेहतर प्रदर्शन करती हैं। इससे निवेश पर पैसे बनाने के बेहतर अवसर मिलते हैं। यह खास इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि इनोवेशन का प्रसार काफी तीव्र गति से हो रहा है। उदाहरण के लिए, टेलीफोन को 50% लोगों तक पहुंचने (penetration) में 66 साल लग गए। स्मार्टफोन ने यही उपलब्धि सिर्फ सात साल में कर ली।
भाप इंजन से वंदे भारत तक का चला सफर
पिछले दशक पर नजर डालें तो अब इनोवेशन कुछ ज्यादा ही हो रहा है। पहले छुक छुक करते भाप इंजन धीमी गति से चलती थी। उसके बाद डीजल इंजन आए, फिर इलेक्ट्रिक इंजन। और अब सेमी हाई-स्पीड वंदे भारत दौड़ने लगी। यह सब इनोवेशन हमारी आंखों के सामने ही हुए हैं। भाप का इंजन, इंटर्नल कंबशन इंजन, टेलीफोन, ऑटोमोबाइल, बिजली, कंप्यूटर, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एनर्जी स्टोरेज, रोबोटिक्स और ब्लॉकचैन, ये सभी पिछले 300 वर्षों में ही इनोवेशन के मील के पत्थर हैं।
यह फंड हो सकता है मददगार
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी में इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी के प्रमुख चिंतन हरिया ने कहा कि जिस तरह से अपने देश संसाधनों के मामले में तेजी से आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं, उसी तरह एक थीम के रूप में इनोवेशन के वैश्विक स्तर पर और घरेलू तौर पर आगे बढ़ने की संभावना है। वैसे भी इनोवेशन की क्षमता को देखते हुए इसका फायदा उठाने के लिए सही चीजों का चयन करना महत्वपूर्ण है। हरिया के मुताबिक, 5जी तकनीक आ जाने के साथ कई सेक्टर और उद्योगों को लाभ होगा और भारत में पहले से ही इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम मौजूद है। वह आगे कहते हैं कि इस ऑफर के माध्यम से एक निवेशक के पास भारत और विदेशों दोनों में प्रोडक्ट या सेवा या सोल्युशंस संबंधी इनोवेशन में शामिल कंपनियों तक पहुंच होगी। यह देखते हुए कि इनोवेशन कहीं भी हो सकता है, हमारी रिसर्च टीम सेक्टर या थीम विशिष्ट रुझानों को ट्रैक करेगी।
इंटरनेशनल इक्विटी में भी हो सकता है निवेश
रिपोर्ट के मुताबिक यह फंड प्रोडक्ट या सेवाओं या सोल्युशंस से संबंधित इनोवेशन में शामिल कंपनियों के संपर्क में आएगा और इसका अप्रोच बाटम-अप होगा। यह मार्केट-कैप से बिल्कुल प्रभावित नहीं होता है जो कई संभावनाओं के द्वार खोलता है। क्लाउड कंप्यूटिंग, मनोरंजन, ड्राइवरलेस कार आदि जैसे अवसरों का लाभ उठाने के लिए स्कीम अपने नेट एसेट का 20% तक इंटरनेशनल इक्विटी में निवेश कर सकती है।